उमेश गुप्ता
बिल्थरारोड(बलिया): गेंहू की फसल की बुआई के लिए किसानों को डीएपी खाद के लिए मारे-मारे फिरना पड़ रहा है। समितियों पर कम डीएपी खाद आने से अधिकांश किसान खाद पाने से वंचित रह गए है। इस समय किसान सबसे ज्यादा परेशान व लाचार नजर आ रहा है। गेहूं बुआई का सीजन शुरू हो चुका है, लेकिन सरकार गेहूं बुआई के लिए पर्याप्त मात्रा में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं करवा पा रही।
डीएपी खाद की किल्लत किसानों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। कुछ किसान प्राइवेट दुकानों से मंहगे दाम पर डीएपी खाद खरीदकर गेंहू की बुआई कर रहे है जिससे सरकार का किसानो को भरपूर मात्रा में खाद उपलब्ध कराने की बात खोखला साबित हो रहा है।
तारिक खान डेस्क: खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों का सब्र का…
सबा अंसारी डेस्क: संभल शाही जामा मस्जिद के कुए को हरिमंदिर बता कर पूजा की…
संजय ठाकुर डेस्क: संभल की जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर…
मो0 कुमेल डेस्क: बीते दिसंबर महीने में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक कार्यक्रम में…
तारिक आज़मी डेस्क: गूगल मैप की गलत लोकेशन बताने की कई खबरे आपने पढ़ा होगा।…
तारिक आज़मी वाराणसी: वाराणसी नगर निगम खुद को स्मार्ट होने का दावा कागजों पर करता…