अजीत कुमार (इनपुट: रवि शंकर दुबे)
बरेली: बरेली के एक सरकारी विद्यालय में सुबह के समय बच्चो को मशहूर शायर अल्लामा इकबाल की नज्म “लब पर आती है दुआ बनकर तमन्ना मेरी”, बच्चो को पढ़ाये जाने को लेकर विवाद के घ्रेरे में आ गई। बच्चो द्वारा यह नज़्म पढ़े जाने के दरमियान किसी छत से इसका वीडियो बना जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वायरल वीडियो को लेकर तत्काल हिन्दूवादी संगठन विश्व हिन्दू परिषद एक्शन मोड़ में आया। जिसके बाद इसकी शिकायत बीएसए से किया गया। बीएसए ने प्रिंसिपल नाहिद सिद्दीकी और को सस्पेंड कर दिया और शिक्षा मित्र वजरुद्दीन के खिलाफ जाँच का आदेश दिया
वैसे यहाँ गौरतलब ये है कि अल्लामा मोहम्मद इकबाल उर्दू के मशहूर और मकबूल शायर रहे है। उनकी कई नज़्म काफी मशहूर है। दौरान जंग-ए-आज़ादी उन्होंने ‘सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा’ जैसा गीत भी लिखा है। बहरहाल इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बेसिक शिक्षा अधिकारी बरेली विनय कुमार ने कहा, ‘स्कूल में एक प्रार्थना कराई जा रही थी, जिसमें कुछ ऐसा कहा गया था, ‘अल्लाह इबादत करना’। यह निर्धारित प्रार्थना नहीं है, इसलिए स्कूल के प्रिंसिपल नाहिद सिद्दीकी को निलंबित कर दिया गया है। मैंने शिक्षा मित्र के खिलाफ भी जांच के आदेश दिए हैं।’
इसी खबर के अनुसार, ‘पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में वीएचपी पदाधिकारी ने आरोप लगाया है, ‘प्रिंसिपल नाहिद सिद्दीकी और वजीरुद्दीन हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के इरादे से मुस्लिम पद्धति से छात्रों से नमाज पढ़वा रहे थे। यह छात्रों को इस्लाम के प्रति आकर्षित करने के लिए किया जा रहा था। दोनों शिक्षक हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं और छात्रों के धर्मांतरण की तैयारी कर रहे हैं।’ टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, विहिप के सदस्यों ने दावा किया है कि ऐसी प्रार्थनाओं का विरोध करने वाले छात्रों को धमकी दी गई थी।
बताते चले कि इस सरकारी स्कूल कक्षा 1 से 8 तक करीब 265 छात्र हैं। इस स्कूल में अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चे अधिक है जो उर्दू पढ़ते है। इस संबंध में विद्यालय की प्रिंसिपल 60 वर्षीय नाहिद सिद्दीकी ने कहा कि जब कथित घटना हुई तब वह स्कूल में नहीं थीं। वह बीते 12 दिसंबर से छुट्टी पर गई थीं। अगले साल मार्च में रिटायर होने जा रहीं प्रिंसिपल ने कहा, ‘मैं मेडिकल लीव पर हूं। छुट्टी पर जाने से पहले हम प्रतिदिन राष्ट्रगान के साथ निर्धारित प्रार्थना ‘ऐ शक्ति हमें देना दाता’ का पाठ करते थे। मेरी गैरहाजिरी में शिक्षामित्र ने सुबह की सभा के दौरान ‘लब पे आती है दुआ’ का पाठ करवाया। इससे पहले जब शिक्षामित्र ने मुझे इस प्रार्थना को पढ़ने के लिए कहा था तो मैंने मना कर दिया था। उन्होंने कहा, ‘मैं 31 मार्च को रिटायर होने वाली हूं। मैं अपने रिटायरमेंट का इंतजार कर रही हूं, क्योंकि हाई ब्लडप्रेशर और डायबिटीज जैसी कई बीमारियों से पीड़ित हूं। मेरे पैर में तीन बार फ्रैक्चर हो चुका है और मैं बिना बैसाखियों के चल भी नहीं सकती।’
गौरतलब हो कि ऐसा ही एक विवाद पीलीभीत में भी सामने आया था, जिसमे शिकायतकर्ता विश्व हिन्दू परिषद ही था। 2019 में राज्य के पीलीभीत जिले के एक सरकारी स्कूल में यही गीत ‘लब पे आती है दुआ’ छात्रों द्वारा गाए जाने के बाद एक प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया था। इस मामले में भी विहिप द्वारा शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई थी। अब एक और मामला इसी से सम्बन्धित सामने आया है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस मामले में जाँच कर रही है।
शफी उस्मानी डेस्क: एसटीएफ ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हथियार सप्लाई करने वाले एक आरोपी…
आफताब फारुकी डेस्क: महाराष्ट्र में चुनावी जीत के बाद महायुति गठबंधन में शामिल एनसीपी (अजित…
मो0 कुमेल डेस्क: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने…
तारिक खान डेस्क: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने रविवार को कहा है…
फारुख हुसैन डेस्क: शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव…
आदिल अहमद डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद को लेकर हुए…