जिले की शान बना सरकारी विद्यालय पचासा व रेवतीपुरवा, बेस्ट स्कूल ऑफ द वीक में हुआ चयन

फारुख हुसैन

लखीमपुर(खीरी): खीरी में परिषदीय विद्यालय जिले की शान बनने के लिए डीएम महेंद्र बहादुर सिंह द्वारा चलाई अनूठी पहल बेस्ट स्कूल ऑफ द वीक अब रंग लाने लगी है। वर्ष 2022 के अंतिम माह में दो सरकारी विद्यालय पचासा व रेवतीपुरवा का चयन हुआ है। रमियाबेहड़ ब्लाक का संविलियन विद्यालय पचासा व प्राथमिक विद्यालय, रेवतीपुरवा, ब्लॉक बिजुआ बच्चों के भविष्य निर्माण के लिए मजबूत नींव तैयार करने में लगा हुआ है। ग्रामीण परिवेश के इस विद्यालय के बच्चों को ऐसे संस्कार दिए जा रहे हैं जिससे वे जीवन की हर चुनौतियों का मुकाबला कर देश और समाज के निर्माण में अपना योगदान दे सकें। प्रधानाध्यापक के प्रयास से इस दोनो विद्यालय का कायाकल्प किया गया। इसी आधार पर विद्यालय को सप्ताह का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय चुना गया है।

बिजुवा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय, रेवतीपुरवा का नामांकन 201 तथा औसत उपस्तिथि 70-75 फीसदी के आस पास रहती है। विद्यालय का छोटा किन्तु हरा भरा प्रांगण, विधिवत चल रही कक्षाएं और एमडीएम कक्ष सभी कुछ आकर्षित करने वाला है। प्रधानाध्यापक ने आने के बाद विद्यालय के भौतिक परिवेश को बेहतर बनाने एवम प्रधान, ग्रामवासियों, विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों के साथ मुलाकात कर सभी के सहयोग से बच्चों की उपस्तिथि बढ़ने हेतु प्रयास किया। जावेद की मेहनत के फलस्वरूप वर्तमान में विद्यालय का परिवेश पूरी तरह बदल चुका है। नियमित उपस्तिथि लगभग 70-75 फीसदी के साथ साथ बच्चों की शिक्षा का स्तर भी काफी अच्छा है।

स्मार्ट क्लास एक कक्षा कक्ष में स्मार्ट टेलीविज़न उपलब्ध है। विद्यालय शारदा नदी के किनारे स्थित होने के कारण यहां इंटरनेट के सिग्नल्स नही आते, इस बात का ध्यान रखते हुये प्रेरणा पोर्टल, दीक्षा से डाउनलोड करके पठन पाठन सामग्री पेन ड्राइव में उपलब्ध कराते हैं, जिससे शिक्षण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। एमडीएम शेड में भोजन के लिए सीमेंट की मेजें बच्चों की ऊँचाई को ध्यान में रखकर बनायीं है, जिन्हें भोजन के बाद रसोइये द्वारा साफ़ कर दिया जाता है, जो विद्यालय की उत्कृष्ट व्यवस्था दर्शाती है।

स्वच्छ सुंदर हरा भरा परिवेश विद्यालय में हरे रंग का बड़ा सा गेट लगा है, उसके पास ही एक सुंदर बेल लगी है, जो विद्यालय में प्रवेश करते ही सकारात्मक प्रभाव डालती है। अंदर भी अनेक प्रकार के पौधे लगे हुए हैं, जो विद्यालय को आकर्षित बनाते हैं। इन्वर्टर की सुविधा से भी लैस है। प्रधानाध्यापक ने विद्यालय में इन्वर्टर की व्यवस्था की है, जिसका कनेक्शन सभी कक्षा कक्षो तथा रसोई में भी है, इस प्रकार बच्चों तथा समस्त स्टाफ के कार्य हेतु बेहतर माहौल हेतु उत्कृष्ट प्रयास किये गए हैं।

उत्कृष्ट क्वालिटी की भरपूर खेल सामग्री विद्यालय में लेजिम, डम्बल, बैडमिंटन, फुटबॉल के साथ साथ अनेक पजल, 10 कैरम बोर्ड उपलब्ध है, जिसे अध्यापकों द्वारा बच्चों के स्तर और वय वर्ग को ध्यान में रखकर क्रय किया गया है। बच्चे लेज़िम और डम्बल का नियमित अभ्यास भी करते है। विद्यालय में गणित किट, अंग्रेज़ी किट के साथ-साथ लेखन क्षमता विकसित करने हेतु उपयोगी सहायक सामग्री ली गयी है, जिसे नित्य बच्चों को दिया जाता है.

इस प्रकार बच्चे आनंद दायी परिवेश में सीखते हैं। प्रधानाध्यापक अपने अभिभावकों से नियमित संवाद करते हैं। ग्राम भ्रमण, समय समय पर लोगों की सहायता करना और उनको विद्यालय में ससम्मान बुलाना। प्रत्येक शिक्षक और बच्चों द्वारा निर्मित विभिन्न वस्तुओं के लिए तथा अपनी पर्सनल वस्तुएं रखने हेतु प्रति कक्षा में अलमारी उपलब्ध है, जिससे पठन पाठन में सहजता होती है।

रमियाबेहड़ ब्लाक का संविलियन विद्यालय पचासा एक ऐसा विद्यालय है, जिसकी गिनती आज ब्लॉक के 5-6 बेहतरीन विद्यालयों में होने लगी है। इंचार्ज प्रधानाध्यापक जगमोहन ने सहयोगी स्टाफ के सम्मिलित प्रयास व ग्राम-प्रधान के सहयोग ने सफलता का ऐसा अद्भुत उदाहरण पूरे ब्लॉक के सामने रखा है कि सभी लोग प्रशंसा कर रहे हैं। भौतिक परिवेश को आकर्षक बनाने के साथ ही विद्यालय में 200 से अधिक वृक्ष लगाए हैं। विद्यालय में 55 इंच की एलईडी लगवा कर डिजिटल क्लास का संचालन हो रहा है, साथ ही यह सुविधा बच्चों को अबाध रूप से मिल सके, इसके लिए इन्वर्टर की भी व्यवस्था है। 2015 से 2022 तक ना सिर्फ बच्चों का नामांकन बढ़ा है बल्कि बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता में भी लगातार सुधार हो रहा है।

टाइल्स लगे कक्ष, इंटरलाकिंग, प्रिंट रिच मटेरियल, रीडिंग कॉर्नर हो या फिर पुस्तकालय सारी व्यवस्थाएं विद्यालय में उच्च कोटि की हैं। विद्यालय का समस्त स्टाफ पूर्ण रूप से बच्चों के प्रति समर्पित होकर कार्य कर रहा है। फूलों, पौधों, सब्जियों से सुसज्जित परिवेश, विभिन्न तरह के सार्थक संदेश देती व शैक्षिक पेंटिंग्स से सजी दीवारें बच्चों को विद्यालय में आने को आमंत्रित सी करती प्रतीत होती हैं। विद्यालय के बच्चों ने जिला स्तर पर आयोजित खेल रैली में कक्षा चार की छात्रा सोनी ने पुरस्कार भी प्राप्त किया। ग्राम प्रधान व विद्यालय प्रबंध समिति के सहयोग से अभिभावकों व ग्रामवासियों का जुड़ाव व विश्वास विद्यालय परिवार के साथ और मजबूत हुआ है।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *