फारुख हुसैन
लखीमपुर(खीरी): लखनऊ में अगले महीने होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को सफल बनाने की पुरजोर कोशिश की जा रही है। इसी क्रम में खीरी के द सेटेडल होटल में मंगलवार को एक दिवसीय निवेशक एवं निर्यातक शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसका आयोजन इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन एवं उद्योग विभाग ने किया।इस दौरान 64 उद्यमियों ने 1743.57 करोड़ धनराशि के निवेश प्रस्ताव पर मुहर लगाई।
निवेशक सम्मेलन में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र ने कहा कि घर से लेकर समाज, प्रदेश, देश तभी आगे बढ़ता है, जब वह आर्थिक रूप से ताकतवर हो। 2014 में जब केंद्र में सरकार बनी, तब देश की क्षमताओं को पहचानते हुए किस तरह देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जाए और विश्व के प्रमुख देशों में विशेष स्थान बनाया जाए, इसके लिए निरंतर प्रयास शुरू किए। सरकार ने आर्थिक क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए जीएसटी, नोटबंदी, बैंक, बैंक करेंसी कोड, जन धन योजना जैसे प्रमुख कदम उठाए। बैंकिंग एवं फाइनेंशियल एरिया में ऐसे वातावरण का सृजन किया, जहा लोगों में विश्वास, भरोसा जगा कि हमारा देश आर्थिक रूप से आगे बढ़ने में सक्षम है।
आज भारत निरंतर हर क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। कोविड काल में पीएम ने आपदा को अवसर में बदलने का मंत्र दिया, जिसके सार्थक परिणाम आज हम सभी के सामने है। आज दूसरे देशों का भरोसा भारत पर कायम है। यूपी डबल इंजन सरकार के नेतृत्व में देश का प्रमुख राज्य बनकर उभरा है। उन्होंने निवेश करने वाले उद्यमियों के प्रति आभार जताया। वहीं अन्य उद्यमियों को निवेश के लिए आमंत्रित किया। जिले में डीएम के नेतृत्व में खीरी ने निवेश के लिए प्राप्त लक्ष्य के 08 गुने को प्राप्त किया है।
डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि इन निवेशों से लगभग 5919 लोग लाभान्वित होंगे। अगले महीने लखनऊ में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 से पहले जिला स्तर पर निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से जिले में आयोजित समिट में लखीमपुर खीरी को 1743.57 करोड़ रुपये के 64 निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। कार्यक्रम का आयोजन करने वाले डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इन निवेशों से लगभग 5919 लोगों को लाभ होगा। खीरी प्रशासन ने निवेशकों को राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देने के लिए कई स्टॉल लगाए थे।
इस कार्यक्रम में बोलते हुए, डीएम ने कहा, “चूंकि लखीमपुर खीरी एक बड़ा एवम महत्वपूर्ण जिला है और भारत-नेपाल सीमा पर स्थित है, इसलिए यहां व्यापार स्टार्टअप और निवेश के लिए बहुत संभावनाएं हैं।” “इसके अलावा, वन संपदा और पर्यटन के साथ-साथ यहां कृषि उत्पादों की बहुतायत है। इसलिए, जिले में निवेश करना उद्यमियों के लिए फायदेमंद होगा और इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने प्रतिभागियों को आश्वासन दिया कि सरकार उनकी हर संभव मदद करेगी।
आईएमए चेयरमैन दीपक अग्रवाल ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि उद्योग जगत सरकार को पूरा सहयोग करेगा। एमएसएमई इकाइयों का देश की अर्थव्यवस्था में सबसे अधिक योगदान है। इससे जीडीपी में भागीदारी के साथ रोजगार के अवसर भी प्रशस्त होंगे। निवेशक शिखर सम्मेलन को आयोजित करने का उद्देश्य लखीमपुर खीरी जिले को जो लक्ष्य नियत किया गया है, उसकी प्राप्ति के लिए उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए है।
उपायुक्त उद्योग संजय सिंह ने एमएसएमई पॉलिसी-22, औद्योगिक पार्क की स्थापना, निवेश सारथी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन, हथकरघा और टेक्सटाइल पॉलिसी-22 के बारे में विस्तार से बताया। इन बिंदुओं पर इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन चैप्टर और उद्योग व्यापार मंडल की ओर से चर्चा की। इसके बाद उद्यमी ने अपने सवाल अधिकारियों और एक्सपर्ट से पूछे। इसके साथ ही खाद्य प्रसंस्करण नीति-22, एफपीओ, कृषकों और कृषि आधारित औद्योगिक इकाइयों के मध्य समन्वय स्थापित करते हुए निवेश प्रोत्साहन पर चर्चा हुई।
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