“सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा” को सुनिश्चित कराने सड़क पर उतरे एआरटीओ, पढ़ाया यातायात का पाठ
फारुख हुसैन
लखीमपुर(खीरी): मुख्य सचिव, उप्र शासन से प्राप्त निर्देशों, डीएम महेंद्र बहादुर सिंह व एसपी गणेश प्रसाद साहा के मार्गदर्शन, निर्देशन में सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता पैदा करने, सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से जनपद खीरी मे “सड़क सुरक्षा माह” मनाया जा रहा।
“सड़क सुरक्षा माह” अभियान कार्यक्रमों की श्रंखला में एआरटीओ प्रवर्तन रमेश कुमार चौबे ने सड़कों पर सड़क जागरूकता अभियान चलाया। एआरटीओ ने ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर जेपी यादव के साथ सड़क पर बेतरतीब चलने वालों को रोककर उन्हें यातायात के नियमों का पाठ पढ़ाया। वहीं चार पहिया वाहनों पर लगे काली फिल्म को उतरवाते हुए चेतावनी दी। सभी आह्वान किया कि अपने आस-पड़ोस के लोगों को भी रोड पर चलते वक्त यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करें।
एआरटीओ ने कहा कि सभी लोग अपने दोस्त, पड़ोसियों से भी नियमों के पालन कराने का आह्वान की। एआरटीओ ने कहा कि यातायात जागरूकता आमजन की सुरक्षा के लिए है। वाहन चलाते समय नियमों का पालन अति आवश्यक है। सड़क जागरूकता का मूल उद्देश्य यह संदेश देना है कि आप का जीवन अमूल्य है। सुरक्षा हमारी आपकी जिम्मेदारी है। सतर्कता हमारी जीवन को सुरक्षित करने का लक्ष्य है। इसका पालन हमें घर से निकलने से लेकर घर पहुंचने तक करना चाहिए।
ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर जेपी यादव ने कहा कि नियमों का पालन करते हुए वाहन चलाना चाहिए। दो पहिया वाहन पर हेलमेट जरूर लगाएं। चार पहिया वाहन पर सीट बेल्ट व इंडिकेटर सहित अन्य उपकरणों का प्रयोग करें। किसी भी प्रकार से सिग्नल ना तोड़ें। वाहन की गति को हमेशा अपने नियंत्रण में रखें। वाहन चलाते समय धूम्रपान न करें। भीड़-भाड़ वाले इलाकों में वाहन की गति को हमेशा कम रखें।
एआरटीओ ने चलाया प्रवर्तन अभियान, नियमों की अनदेखी पड़ी महंगी, 250 वाहनों का चालान
एआरटीओ (प्रवर्तन) रमेश कुमार चौबे के नेतृत्व में शहर में ओवरब्रिज के पास सड़कों पर प्रवर्तन अभियान भी चला। प्रवर्तन दल ने लखीमपुर-गोला मार्ग, लखीमपुर-निघासन मार्ग, लखीमपुर-बहराइच मार्ग पर रॉन्ग साइड ड्राइविंग, प्रेशर हॉर्न के उपयोग सहित सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी करने वाले करीब 250 वाहनों का चालान किया। इस दौरान उन्हें सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी दी गई। यही नहीं उनको सड़क सुरक्षा का संकल्प भी दिलाया गया। एआरटीओ ने स्वयं वाहनों से प्रेशर हॉर्न खड़े होकर निकलवाया, भविष्य के लिए सचेत किया कि यदि पुनः प्रेशर हॉर्न का उपयोग किया तो गाड़ियों को सीज कर देंगे।