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स्कूल ऑफ द वीक: सिंगहाहार परिषदीय स्कूल की बदली सूरत, अभिभावकों का बढ़ा विश्वास, मिला बेस्ट स्कूल ऑफ द वीक का खिताब

फारुख हुसैन

लखीमपुर(खीरी): गांव के परिषदीय विद्यालय का नाम आते ही एक अजीब सी तस्वीर जेहन में आ जाती थी, लेकिन अब वह दिन लद गए। खीरी में परिषदीय विद्यालयों का कायाकल्प हो गया है और कान्वेंट को टक्कर दे रहे हैं। पिछले कई सालों में परिषदीय विद्यालयों के छात्र संख्या बढ़ने के साथ शिक्षा के संसाधन भी बेहतर हुए है। खीरी जिले में परिषदीय विद्यालयों को आम से खास बनाने के लिए डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने अभिनव पहल “बेस्ट स्कूल आफ द वीक” मुहिम शुरू की, जिसके तहत लगातार नए प्रयोगों से अपना लोहा मनवाने वाले कुंभी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय सिंगहाहार को अब उसकी खूबियों के लिए डीएम की अनूठी पहल बेस्ट स्कूल ऑफ द वीक के लिए चयनित किया।

इस विद्यालय के पठन-पाठन का कार्य देखकर आप खुद कहने को विवश हो जाएंगे कि शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन का दौर जारी है। यहां के प्रभारी प्रधानाध्यापक कुंज बिहारी विद्यालय में नामांकित नौनिहालों के उज्ज्वल भविष्य को संवारने के लिए जी जान से लगे हैं। विद्यालय में पढ़ने वाले इन बच्चों की पढ़ने की दक्षता को देखकर कॉन्वेंट स्कूल के बच्चे भी पीछे रह जाएंगे। यह विद्यालय पूरे क्षेत्र में अपनी उत्कृष्ट शिक्षण व्यवस्था के लिए जाना जाता है। यह सब हो सका है प्राथमिक विद्यालय में तैनात प्र. प्रधानाध्यापक कुंज बिहारी की मेहनत और कुछ नया करने के जुनून से। उन्होंने अन्य प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को भी प्रेरित किया और यहां की शिक्षण व्यवस्था चमक गई। व्यवस्था परिवर्तन के लिए कुंज बिहारी ने काफी मेहनत की। जनपद के अन्य शिक्षक भी इनसे प्रेरणा ले रहे हैं।

इं. प्रधानाध्यापक कुंज बिहारी बताते हैं कि सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं की टीम भावना से विद्यालय को सौंदर्यी – करण किया गया। शिक्षा ऐसी सीढी है, जिससे चलती पीढी है। बच्चों को आधुनिक परिवेश के साथ स्वच्छ, सुरक्षित माहौल देने का प्रयास किया रहा है। विद्यालय में उपस्थिति 70-75 फीसदी के आस पास रहती है। योग के बाद बच्चों को प्रार्थना, सामान्य ज्ञान व शरीर की साफ सफाई की विशेषताओं के साथ-साथ बीमारी से बचाव के बारे में बताया जाता है। विद्यालय काअपना पुस्तकालय व खेल के आधुनिक संसाधन भी है। नियमित विद्यालय आना, साफ कपड़ों के साथ पूरे ड्रेस में कतारबद्व होकर योगा में ध्यान लगाना भी यहां पढ़ने वाले बच्चों की दिनचर्या में शामिल हो गया है।

स्वच्छ सुंदर हरा भरा परिवेश, जो विद्यालय में प्रवेश करते हीसकारात्मक प्रभाव डालता है। टीएलएम से सुसज्जित कक्षा कक्ष, टीएलएम, रोचक पठन-पाठन, कक्षा कक्ष में टाइलीकरण, नियमित पीटीएम बैठक, विद्यालय में आकर्षक लाइब्रेरी, रीडिंग कॉर्नर की व्यवस्था, खेल मैदान की उपलब्धता, प्रेरणा, दीक्षा एप के द्वारा पठन-पाठन सामग्री उपलब्ध,विद्यालय की दीवारों पर आकर्षक बाला पेंटिंग की उपलब्धता, प्रिंट रिच ,खेल-कूद सामग्री की समुचित व्यवस्था।

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