आफताब फारूकी
डेस्क: प्रवासियों और शरणार्थियों से भरी ये नाव इटली के दक्षिणी क्षेत्र में स्थिति कैलाब्रिया के तटीय शहर क्रोटोन में डूब गई। इस दुर्घटना में अब तक 59 लोगो के मौत की जानकारी मिल रही है। मृतकों में 12 बच्चे भी शामिल है। ये सभी लोग प्रवासी और शरणार्थी है जो इटली जा रहे थे।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है और उन्होंने इन घटनाओं के होने के पीछे मानव तस्करों का बड़ हाथ बताया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है, कि वो ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समुद्र में घातक यात्राओं को रोकने के लिए कदम उठाएंगीं। इसके साथ ही उन्होंने उन चैरिटी संस्थानों को भी दोषी ठहराया है, जो लोगों को खतरनाक समुद्री यात्राएं करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और यात्रा के दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए कोई उपाय नहीं किए जाते हैं।
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक मौत का आंकड़ा 59 तक पहुंच गया है, लेकिन इस आंकड़े में और इजाफा होने की आशंका है। इटली के जूनियर आंतरिक मंत्री वांडा फेरो ने मीडिया के सामने मृतकों की संख्या में और इजाफा होने की आशंका जताई है। वहीं, प्रांतीय सरकार के एक अधिकारी मैनुएला कर्र ने कहा है, कि 81 लोगों को नाव हादसे के बाद बचाया गया है, वहीं 20 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, वहीं एक शख्स की स्थिति गंभीर है, जिसे आईसीयू में भर्ती किया गया है। वहीं, गार्डिया डी फिनेंजा सीमा शुल्क पुलिस ने कहा है, कि एक प्रवासी तस्कर को गिरफ्तार भी किया गया है। Curro के मेयर, एंटोनियो सेरासो ने कहा, कि मृतकों में महिलाएं और बच्चों की संख्या ज्यादा है, हालांकि उन्होंने ये भी कहा, कि कितने बच्चे मारे गये हैं, उनकी सटीक संख्या फिलहाल नहीं बताई जा सकती है, क्योंकि आंकड़ा बढ़ सकता है।
Curro के मेयर एंटोनियो सेरासो ने कहा SKYTG24 न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा, कि ये खौफनाक नजारा था और ऐसा नजारा आप अपनी जिंदगी में कभी देखना नहीं चाहेंगे। ये खौफनार पल आपकी आंखों के सामने से जिंदगी में कभी नहीं हट सकता है। मेयर एंटोनियो सेरासो ने कहा, कि नाव करीब तीन या चार दिन पहले पूर्वी तुर्की में इज़मिर से निकली थी और बचे हुए लोगों ने बताया है, कि नाव में करीब 140 से 150 लोग सवार थे। इटली सरकार ने कहा है, कि बचे हुए लोगों में ज्यादातर अफगानिस्तान, पाकिस्तान और सोमालिया से हैं, वहीं फिलहाल सभी मृतकों की नागरिकता और उनकी राष्ट्रीयता की पहचान नहीं हो पाई है। हालांकि, पाकिस्तानी मीडिया का कहना है, कि मृतकों में 28 लोग पाकिस्तान से थे। वहीं, इटली के राष्ट्रपति सर्जियो मटरेला ने कहा, कि “इनमें से कई प्रवासी अफगानिस्तान और ईरान से आए थे, जो काफी मुश्किल हालातों में भाग रहे थे।”
इटली के समुद्र में ये हादसा उस वक्त हुआ है, जब इटली की नई दक्षिणपंथी सरकार प्रवासियों को देश में आने से रोकने के लिए संसद में एक नया कानून बनाने पर विचार कर रही है। इस कानून को लेकर काफी विवाद भी हो रहे हैं। इटली सरकार के नये कानून में कहा गया है, कि अगर कोई नाव समुद्र में हादसे का शिकार होती है, तो सिर्फ एक बार ही रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा और फिर बचाव दल वापस लौट आएगा। जिसको लेकर आलचकों का कहना है, कि ऐसा करने पर भविष्य में होने वाले हादसों में मरने वालों की संख्या में काफी इजाफा हो सकता है, क्योंकि केन्द्रीय भूमध्य साहर में जोखिम भरे रहते हैं। आपको बता दें, कि पिछले साल सितंबर महीने में दक्षिणपंथी नेता जियोर्जिया मेलोनी देश की प्रधानमंत्री बनी थीं और उन्होंने इटली में आने वाले शरणार्थियों और प्रवासियों को देश में आने से रोकने या उनकी संख्या कम करने के वादों के साथ चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी, लिहाजा अब वो अपने चुनावी वादे को पूरा करने का काम कर रही हैं।
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