Others States

सवाल ये नही है कि मोनू मानेसर के समर्थन में हुई एक और ‘महापंचायत’ में पुलिस को धमकी और समुदाय विशेष के खिलाफ हिंसा की बाते हो रही, सवाल ये है कि हरियाणा सरकार और पुलिस खामोश क्यों है?

प्रमोद कुमार/ईदुल अमीन

डेस्क: बजरंग दल कार्यकर्ता और खुद को गो रक्षक सिद्ध करने वाला मोनू मानेसर अभी भी पुलिस की रडार से दूर है। यह वही मोनू मानेसर है जो राजस्थान के दो युवको जुनैद और नासिर के अपहरण और हत्या मामले में नामज़द है। इसके समर्थन में हरियाणा में बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद खुल के सामने है। पहले गुरुग्राम में रैली निकाल कर समर्थन हुआ। फिर उसके बाद एक महापंचायत मानेसर में आयोजित हुई जिसमे राजस्थान पुलिस के आने पर अपने पैरो पर वापस न जाने की धमकी खुल्लम खुल्ला दिली।

हरियाणा के हथीन में हुए हिंदू महापंचायत की फोटो साभार द वायर

अब एक और महापंचायत की बात निकल कर सामने आ रही है। यह महापंचायत 22 फरवरी को बुलाई गई थी जिसमे 400 से अधिक बजरंगदल कार्यकर्ता और वीएचपी कार्यकर्ता सम्मिलित हुवे थे। बताया जा रहा है कि इस महापंचायत की शुरुआत ही समुदाय विशेष के खिलाफ हिंसा के लफ्जों के साथ शुरू हुई। खबरिया साईट द वायर ने इसकी जानकारी साझा करते हुवे लिखा है कि इस हिन्दू महापंचायत में मोनू के खिलाफ कार्रवाई करने पर मुस्लिमों और पुलिस के खिलाफ हिंसा का खुला आह्वान किया गया। इसमें स्थानीय लोगों ने भी शिरकत की।

द वायर ने खबर में दावा किया है कि गुजिस्ता बुद्धवार की ‘महापंचायत’ में बजरंग दल की नेता आस्था मां ने कहा है कि ‘अगर एक मुस्लिम व्यक्ति एक हिंदू बेटी या बहन को देखता है, तो उसकी आंखों में चाकू घोंप दिया जाएगा।’ आस्था मां ने अपने भाषण की शुरुआत इस पंक्ति से की, ‘हां, बजरंग दल और वीएचपी के कार्यकर्ता वास्तव में गुंडे हैं।’ इस महापंचायत के समाप्ति के कुछ समय बाद ही राजस्थान पुलिस ने ट्वीट के माध्यम से इस मामले में वांछित 8 आरोपियों की तस्वीरे जारी करते हुवे मोनू मानेसर और लोकेश सिंगला के सम्बन्ध में गहनता से जांच जारी रहने की बात कही है। इसके बाद राजस्थान पुलिस की कार्यप्रणाली जो इसके पहले भी सवालों के घेरे में आ रही थी और भी ज्यादा सवाल उसके ऊपर उठना शुरू हो गये।

मगर इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल हरियाणा सरकार की ख़ामोशी और हरियाणा पुलिस की ऐसी महापंचायतो पर रोक न लगा सकने पर उठ रहा है। पिछले दिनों मोनू मानेसर का नाम हरियाणा विधान सभा में भी उठा जहा विपक्ष के एक विधायक ने मोनू मानेसर के साथ भाजपा नेताओं की तस्वीरो को सदन में दिखाते हुवे सवाल उठाया और फिर सदन में जमकर हंगामा भी हुआ था। मगर इन सबके बाद भी हरियाणा पुलिस ऐसी महापंचायतो पर लगाम लगाती हुई नही दिखाई दे रही है। जबकि महापंचायत में वक्ताओं ने ‘हम हिंदू हैं और हिंदुस्तान हमारा है’ के नारों के साथ लोगों को भीड़ में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। मोनू मानेसर के लिए जान देने और लेने की बाते कही गई। मगर हरियाणा पुलिस ने किसी भी आयोजक को एक नोटिस भी दिया ऐसी जानकारी हासिल नही हुई है।

pnn24.in

Recent Posts

छठ पूजा: इस बार बरेका के सूर्य सरोवर पर पास से मिलेगा प्रवेश, होगी वाहनों हेतु विशेष व्यवस्था

ए0 जावेद वाराणसी: छठ पूजा का महापर्व इस वर्ष 5 नवंबर से शुरू हो रहा…

22 hours ago

गजब लापरवाही: वाराणसी एयरपोर्ट के अराइवल गेट की चाबी गुम जाने से 30 मिनट तक फंसे रहे शारजाह से आये यात्री, निकालने के लिए गेट का काटा गया लॉक

शफी उस्मानी वाराणसी: वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर कर्मियों की एक बड़ी लापरवाही…

22 hours ago

कनाडा के मंदिर में हमला, पीएम जस्टिन ट्रूडो ने किया हमले की निंदा

माही अंसारी डेस्क: कनाडा के टोरंटो के ब्रैम्पटन इलाक़े में स्थित एक हिंदू मंदिर के…

1 day ago

उत्तराखंड: अल्मोड़ा की खाई में गिरी बस, 35 की मौत, 15 घायल

आफताब फारुकी डेस्क: सोमवार सुबह उत्तराखंड के अल्मोड़ा के मार्चुला में यात्रियों से भरी बस…

1 day ago

मध्य प्रदेश: जंगली जानवरों के हमलो से मारे गए लोंगो के परिजनों को सरकार देगी 25 लाख मुआवजा

तारिक खान डेस्क: मध्य प्रदेश सरकार ने जंगली जानवरों के हमले में मारे जाने वाले…

1 day ago