शाहीन बनारसी
डेस्क: दो दिन से मौसम में कुछ इस तरह बदलाव हुआ कि ठण्ड हवाओ से सिहरन महसूस होने लगा। रात और सुबह में काफी ठण्ड का अहसास हो रहा है वही दिन में धुप निअक्लने पर गर्मी का अहसास भी होने लगा है। बताते चले कि पश्चिमी विक्षोभ का दबाव बढ़ने की वजह से मौसम तेजी से बदला है। मौसम का मिजाज़ रविवार रात से ही बदला है रविवार रात करीब 9:30 बजे शुरू आंधी, मूसलाधार बारिश पूरी रात रुक-रुक कर होती रही। भारी बारिश से सडको एवं गलियों में जलजमाव भी हुआ। सोमवार को सुबह और दिन में भी बूंदाबांदी हुई।
अब इसका नतीजा ये है कि दिल कभी सुबह हल्की जैकेट, तो दोपहर में टी-शर्ट तथा शाम को रेनकोट और रात को कम्बल की मांग कर बैठता है। समझ में नही आ रहा है कि कुदरत से जब तक हम खेले तब तक बड़े सुकून से थे। मगर थोडा सा कुदरत ने मुस्कुरा दिया तो हम चिल्ला रहे है। समझने में बड़ा हम परेशान है कि मौसम में मार्च चल रहा है या फिर फैशन शो। जिधर देखो, मौसम की ऐसी मार कि परेशान कर दिये है सर्दी, खासी और बुखार।
हम खुद ही थोडा का परसों भीग गये कल से 200 रुपया की दावा खा बैठे है मगर खांसी है कि इस उम्र में बुढापे का अहसास करवा दे रही है। हम तो सोचते थे कि हमारी तबियत नासाज़ है। मगर जब डाक्टर के यहाँ गए तो देखा जिधर देखो उधर सर्दी खासी और बुखार। उफ़ ये मौसम की मार। सर्दी और खासी ने इस कदर नज़र-ए-इनायत किया है कि हर कोई इसकी चपेट में है। जिधर नज़र घुमाओ उधर हर तरफ मच रही सर्दी और खासी की चीख-पुकार।
ये मौसम की तल्खी और नटखट अदाए सबको अपने नखरे दिखा रही है। अदाओ में यूँ लचक है कि फैशन शो में कैट वाक करते हुए आ रही सर्द हवाए कभी जैकेट के जंजाल में फंसा दे रही है तो कभी चमकती धुप उमस में उलझा दे रही है तो कभी रिमझिम और मुसलाधार बारिशें लोगो को अपनी अदाओ से रिझा कर भींगने पर मजबूर कर दे रही है।
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