शाहीन बनारसी
बाबा नित्यानद का नाम आपने सुना होगा। वही नित्यानंद जिस पर गुजरात में बलात्कार का आरोप है और वह देश छोड़ कर फरार हो गया और इस दरमियान उनके कुछ जजीरो को कथित रूप से खरीद कर खुद के एक देश होने का दावा किया और उसका नाम संयुक्त राष्ट्र कैलासा रखा।
इसके बाद कथित बाबा नित्यानंद और उसका कथित देश कैलासा एक बार फिर चर्चा में है। खबर है कि अपने कथित देश के नाम से नित्यानंद ने अमेरिका के 30 शहरों में स्कैम किया है। ताजा मामला न्यू जर्सी के नेवार्क शहर का है। वहां के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि वो एक घोटाले का शिकार हुए हैं। उन्होंने नकली हिंदू राष्ट्र के साथ सिस्टर सिटी नाम के एक एग्रीमेंट पर साइन कर दिए थे। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ दिन पहले नेवार्क शहर के मेयर ने इस सांस्कृतिक व्यापार समझौते के लिए कैलासा के प्रतिनिधियों को नेवार्क सिटी हॉल में इनवाइट किया था। बाद में उन्हें पता चला कि कैलासा असली देश है ही नहीं।
इवेंट का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें शहर के अधिकारी कैलासा के साथ सिस्टर सिटी वाले दस्तावेजों पर साइन करते दिख रहे हैं। खबर है कि एग्रीमेंट में नेवार्क और कैलासा के बीच कनेक्टिविटी, समर्थन और आपसी सम्मान को समृद्ध करने के लिए विविध संस्कृतियों के साथ साझेदारी की बात है। खबर ये भी है कि नेवार्क सिटी काउंसिल ने सिस्टर सिटी समझौते पर हस्ताक्षर करने के कुछ ही दिनों बाद समझौते को रद्द कर दिया।
खैर, नेवार्क वो अकेला शहर नहीं जिसके साथ ये स्कैम हुआ हो। कैलासा की वेबसाइट के मुताबिक, अमेरिका के 30 शहरों के साथ इसकी साझेदारी है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उनमें से ज्यादातर शहरों के मेयरों ने इस तरह के सौदों पर साइन करने की बात मानी भी है। शहरों ने दावा किया है कि ये एग्रीमेंट समर्थन के तौर पर नहीं बल्कि एक अनुरोध के तौर पर साइन किया गया है। यानी कैलासा ने उनसे अनुरोध करके समझौते पर साइन करवाए हैं।
नित्यानंद साल 2019 में भारत छोड़कर भाग गया था। उसके ऊपर गुजरात में रेप केस दर्ज है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत से भागकर नित्यानंद ने इक्वाडोर में जमीन खरीदी और उसे अपना देश घोषित कर दिया। नित्यानंद ने इस कथित देश का नाम ‘कैलासा’ या ‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा’ USK रखा और इसे ‘हिंदू राष्ट्र’ बताया। कैलासा की वेबसाइट के मुताबिक, ये देश दुनियाभर में सताए गए हिंदुओं को सुरक्षा देता है और यहां जाति और लिंग का भेदभाव किए बिना सभी हिंदू शांति से रहते हैं।
तारिक खान डेस्क: खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों का सब्र का…
सबा अंसारी डेस्क: संभल शाही जामा मस्जिद के कुए को हरिमंदिर बता कर पूजा की…
संजय ठाकुर डेस्क: संभल की जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर…
मो0 कुमेल डेस्क: बीते दिसंबर महीने में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक कार्यक्रम में…
तारिक आज़मी डेस्क: गूगल मैप की गलत लोकेशन बताने की कई खबरे आपने पढ़ा होगा।…
तारिक आज़मी वाराणसी: वाराणसी नगर निगम खुद को स्मार्ट होने का दावा कागजों पर करता…