शाहीन बनारसी
डेस्क: आज मुल्क में जुमा-तुल-विदा यानी अलविदा की नमाज़ पूरी अकीदत और अमन-ओ-सुकून के साथ पूरी हुई। एक तरफ ईद आने की ख़ुशी तो दूसरी तरफ माहे मुबारक जाने का गम आज हर रोज़ेदार के चेहरे पर साफ़ नज़र आ रहा था। मस्जिदें नमाजियों से गुलज़ार और हर रोज़ेदार की आँखें नम।
ज्ञानवापी में उमड़ी भीड़, इंतज़ाम से खुश दिखे नमाज़ी
ज्ञानवापी मस्जिद में अमूमन जुमे के दिनों से अधिक भीड़ इस जमात-उल-विदा पर देखने को मिली। सुप्रीम कोर्ट के हुक्म की तामील करते हुवे प्रशासन ने जहा एक तरफ वजू के लिए पुख्ता फौरी तौर पर इंतज़ाम किया था जिसके तहत गुसलखाने के छत पर एक बड़ी पानी की टंकी रखवा कर उसका कनेक्शन बोरिंग से करवा दिया था, साथ ही उस टंकी से सप्लाई वज़ू के लिए बने पाइप में हो रही थी।
वही इस्तिंजा के लिए मोबाइल टॉयलेट का भी परिसर के लगभग 100 फिट की दुरी पर इंतज़ाम किया गया था। सब कुछ सकुशल रहे इसके लिए प्रशासन चुस्त दुरुस्त दिखाई दिया। खुद डीसीपी काशी और एसीपी दशाश्वमेघ पल पल की गतिविधियों पर नज़र रखे हुवे थे। चारो तरफ चक्रमण करती हर थानों की पुलिस ने भी सुरक्षा पर पैनी नज़र रखा हुआ था। सकुशल नमाज़ संपन्न होने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस लिया है।
मस्जिदों में आलिमो ने खुतबे में रमजान के मुक़द्दस महीने की रहमतो का ज़िक्र किया और इस मुकद्दस महीने के रुखसत पर “यु लो कि रुखसत हो चला माहे मुबारक अलविदा” कहा। हर तरफ रौनकों की बरसात दिखाई दे रही थी। नमाज़ खत्म होने के बाद हर एक मस्जिद में इमाम ने मुल्क की हक़ में दुआ करते हुए कहा “तमाम आलमीन की खैर फरमा मौला तो सभी नमाज़ी एक साथ आमीन कह उठे। आज मुल्क की तरक्की और खुशहाली की दुआ रब्बुल आलमीन की बारगाह हाथ उठाकर दुवाए की गई।
इस बार जुमे से शुरू होकर रमजान जुमे पर ही रुखसत हो रहा है। पूरी उम्मीद जताया जा रहा है कि आज ईद के चाँद का दीदार हो जायेगा। जिसके बाद कल ईद मनाया जायेगा। काफी लम्बे अरसे के बाद इस रमजान के माह में चार नही बल्कि 5 जुमे पड़े है। रोजदारो के बीच रमजान का मुक़द्दस महीने के रुखसत होने का जहा गम है, वही ईद की खुशीयों से सराबोर भी लोग हो रहे दिखाई दे रहे है।
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