ईदुल अमीन
डेस्क: लोग कहते है कि मुहब्बत पाने का ही नही बल्कि खोने का भी नाम है। मगर कई आशिक अपनी माशूक के लिए क़त्ल का सबब बन जाते है या फिर ज़िन्दगी भर की रुसवाई दे डालते है। ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ का सामने आया है जहा एक आशिक अपने माशूक की शादी से इतना परेशान हुआ कि उसने माशूका के शादी में उपहार स्वरुप म्युज़िक सिस्टम दिया।
इस हादसे में कुल पांच लोग घायल हुए हैं, जिनमें तीन बिरसा क्षेत्र के हैं, जिनका कवर्धा जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने धारा 302, 307 भादवि एवं 3, 5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध कर आरोपित को गिरफ्तार किया है। घटना के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार, आरोपित सरजू मरकाम और अंजना गांव की युवती का लंबे समय से प्रेम प्रसंग था, लेकिन युवती का विवाह छत्तीसगढ़ के ग्राम चमारी में रहने वाले हेमेंद्र पिता मेहर सिंह मेरावी से तय हो गया। शादी तय होने के बाद युवती सरजू से विवाह नहीं करना चाहती थी।
30 मार्च को हेमेंद्र व युवती का रीति-रिवाज के साथ विवाह हुआ, लेकिन सरजू के मन युवती के प्रति क्रोध पनप रहा था। उसने युवती को सबक सिखाने के लिए बालाघाट के बिरसा अंतर्गत ग्राम मंडई से एक इलेक्ट्रानिक की दुकान से होम थिएटर खरीदा और उसमें 250 ग्राम अमोनियम नाइट्रेट और करीब सवा किलो पेट्रोल मिला बारूद डाल दिया। इसके बाद उसने शादी समारोह में चोरी छिपे पहुंचकर मंडप में रखे उपहार के बीच होम थिएटर रख दिया।
इसके बाद 31 मार्च को रिसेप्शन के बाद नवविवाहिता मायके चली गई। तीन अप्रैल को सुबह करीब नौ बजे नवविवाहित हेमेंद्र व उसके स्वजन उपहार के मिले सामान देखने लगे। इसी दौरान उन्होंने होम थिएटर चालू किया, तभी उसमें जबरदस्त विस्फोट हो गया। धमाके की चपेट में आने से नवविवाहित हेमेंद्र ने मौके पर दम तोड़ दिया था। जबकि उससे बड़े राज कुमार उम्र-32 की जिला अस्पताल में मृत्यु हो गई। इस हादसे में मृतक हेमेंद्र के रिश्तेदार भी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसमें तीन वर्षीय बालक भी शामिल हैं। घायलों में बिरसा थाना क्षेत्र के ग्राम रेलवाही निवासी सूरज पिता ज्ञानसिंह उम्र-22 ग्राम, शिव पिता मोहन सिंह मेरावी उम्र-25 ग्राम मुंडाटोला थाना बिरसा, शेर सिंह पिता सुखलाल खुसरो उम्र-20 ग्राम बिठली थाना बिरसा के अलावा दीपक पिता अजीत सिंह उम्र-18 ग्राम जामूनपानी थाना झलमला जिला कबीरधाम और तीन वर्षीय सौरभ पिता राज कुमार शामिल है।
पुलिस जानकारी के अनुसार, आरोपित सरजू बालाघाट में ही एक खदान में विस्फोट विभाग में सहायक कर्मचारी के रूप में वर्ष 2015 से काम कर रहा था। बताया गया कि उसे विस्फोटक और प्रभाव के बारे में जानकारी दी। उसके पास 250 ग्राम अमोनियम नाइट्रेट रखा था। जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ की रेंगाखार पुलिस ने बिरसा बालाघाट पुलिस की मदद से इस सनसनीखेज मामले का 36 घंटे के भीतर पर्दाफाश कर दिया। बिरसा थाना प्रभारी भारत नोटिया ने बताया कि रेंगाखार पुलिस मंगलवार को मंडई की उस दुकान तक पहुंची, जहां से होम थिएटर खरीदा गया था। इसके बाद कड़ियाँ जोड़ते हुवे पुलिस आरोपी तक पहुची।
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