शाहीन बनारसी
डेस्क: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में आज बुधवार को एक वाहन में आईईडी विस्फोट होने से जिला रिज़र्व गार्ड के 10 पुलिसकर्मियों और उनके ड्राइवर की मौत हो गई। मिल रही जानकारी के अनुसार अधिकारियों ने बताया है कि जिला रिज़र्व गार्ड के ये जवान माओवादी विरोधी उस अभियान से लौट रहे थे, जिसे खुफिया सूचनाओं के बाद शुरू किया गया था। विस्फोट इतना ही भीषण था कि बताया जा रहा है घटना की जगह 10 फिट गड्ढा हो गया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल ने ट्वीट कर इस घटना की पुष्टि किया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल ने लिखा है कि ‘दंतेवाड़ा के थाना अरनपुर क्षेत्र अंतर्गत माओवादी कैडर की उपस्थिति की सूचना पर नक्सल विरोधी अभियान के लिए पहुंचे डीआरजी बल पर आईईडी विस्फोट से हमारे 10 डीआरजी जवान एवं एक चालक के शहीद होने का समाचार बेहद दुखद है। हम सब प्रदेशवासी उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उनके परिवारों के साथ दुःख में हम सब साझेदार हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।’
इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धाजली अर्पित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘दंतेवाड़ा में छत्तीसगढ़ पुलिस पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हम हमले में शहीद हुए बहादुर जवानों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी घटना पर दुख जताते हुवे ट्वीट पर लिखा है, ‘दंतेवाड़ा में छत्तीसगढ़ पुलिस पर हुए कायरतापूर्ण हमले से क्षुब्ध हूं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से बात की है और राज्य सरकार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। शहीद जवानों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’
रिपोर्टों के मुताबिक नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर 25 अप्रैल की रात 250 की संख्या में जवान तलाशी अभियान पर निकले थे। खबर लिखे जाने तक हमले वाली जगह पर नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ जारी थी। घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि नक्सलियों को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘ये बेहद दुखद है। हमारे जो जवान शहीद हुए हैं। मैं उनके परिवारों के लिए संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ये लड़ाई अंतिम दौर में चल रही है। नक्सलियों को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा। निश्चित रूप से योजनाद्ध तरीके से हम नक्सलवाद को खत्म करेंगे।’
वही बस्तर ज़ोन के आईजी सुंदरराज पट्टिलिंगम ने इसके बारे में जानकारी देते हुवे बताया कि ‘दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र के पूर्व हिडमा इलाके में (नक्सलवादियों) के उपस्थिति की सूचना पर दंतेवाड़ा डीआईजी द्वारा एक अभियान संचालित की गई थी। अभियान के बाद, जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा वापस लौट आ रहे थे। इस दौरान अरनपुर के पास, डीआरजी की गाड़ी को आईईडी के माध्यम से माओवादियों के द्वारा टार्गेट किए गए। इसमें 10 जवान और एक सिविलियन ड्राइवर की मौत हो गई। अतिरिक्त फोर्स घटनास्थल पर पहुंच गई है। अभी घटनास्थल से सभी शहीदों की बॉडी को निकाला जा रहा है। स्पॉट में सीनियर ऑफिसर्स भी पहुंच गए हैं। लगातार सर्चिंग अभियान जारी है।’
हादसे में शहीद हुवे जवानों के नाम
- प्रधान आरक्षक,क्रमॉक 74 जोगा सोढी
- प्रधान आरक्षक क्रमॉक 965 मुन्ना राम कड़ती
- प्रधान आरक्षक क्रमॉक 901 संतोष तामो
- नव आरक्षक क्रमॉक 542 दुल्गो मण्डावी
- नव आरक्षक क्रमॉक 289 लखमू मरकाम
- नव आरक्षक क्रमॉक 580 जोगा कवासी
- नव आरक्षक क्रमॉक 888 हरिराम मण्डावी
- गोपनीय सौनिक राजू राम करटम
- गोपनीय सैनिक जयराम पोड़ियाम
- गोपनीय सैनिक जगदीश कवासी
- धनरीम यादव (सिविलियन चालक)