तारिक़ खान/ईदुल अमीन
डेस्क: जब से भाजपा सत्ता में आई है उके बाद से चाहे वह छोटा नेता हो, या फिर बड़ा नेता, सबके बस एक ही शब्द होते है कि ‘जनता सर्वोपरि’। मगर ज़मीनी हकीकत देखे तो आम जनता को काफी भाजपा नेता और उनके परिजन समझते ही नही है और खुद को लोकशाही का नही बल्कि राजशाही का प्रतिनिधि मान बैठते है। प्रशासनिक अमला कोई बड़ी कार्यवाही नही करता तो सत्ता का खौफ दिखाने की कई घटनाओं का सोशल मीडिया साक्षी बना है।
‘योगी जी संभालिए अपने गुंडों को, ये सीतापुर के मिश्रिख में भाजपा नेता की कार ने एंबुलेंस का रास्ता बाधित कर दिया, जिसके कारण मरीज की मौत हो गई। पीड़ितों ने जब भाजपा नेता का विरोध किया तो भाजपा नेता ने दबंगई, गुंडई दिखाते हुए पीड़ितों को जान से मारने की धमकी, मां-बहन की गाली दी।’
वही इसी वीडियो का कुछ भाग ट्वीट करते हुवे समाजवादी पार्टी ने लिखा है कि ‘क्रोधित भाजपा नेता यहीं पर नहीं रुके, पीड़ितों से कहा कि “भंगी” बना दूंगा, दलित समाज के प्रति इन भाजपाइयों की सोच और गुंडागर्दी के कारण लोगों की जाती जान के मामले सामने हैं, ये सब योगीराज में सत्ता के नशे के परिणामस्वरूप 6 साल से अनवरत हो रहा है, योगी जी को शर्म तो आती नहीं ?’
क्या है सोशल मीडिया पर वायरल मामला
सोशल मीडिया पर जमकर सोशल वायरल वायरल हो रहा यह वीडियो सीतापुर के मिश्रिख़ का बताया जा रहा है। जहा एक मरीज़ की स्थिति गम्भीर होने के कारण उसको जिला अस्पताल से रेफर कर दिया गया। मरीज़ एम्बुलेंस में था और एम्बुलेंस के आगे एक कार खडी थी। वीडियो के साथ दावा है कि स्थिति ऐसी थी कि कार हटने के बाद ही एम्बुलेस जा सकती थी। मगर जब तक कार हटे तब तक काफी देर हो चुकी थी और मरीज़ की एम्बुलेंस में ही मौत हो गई।
मरीज़ के मौत पर परिजनों और एम्बुलेंस चालाक ने जब कार मालिक से कहा तो कार के मालिक जो खुद को भाजपा नेता बता रहे थे का पारा सातवे आस्मां पर पहुच गया। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरीके से भाजपा नेता खुद को बताने वाले व्यक्ति ने मरीज़ के परिजनों और एम्बुलेस चालक को धर के अपने लफ्जों से ऐसा मसला जैसे वह इन्सान नही कोई मच्छर मक्खी हो। ज़बरदस्त तरीके से मां बहन की गालियां दिया और धमकी भी दे डाली कि ‘भाजपा में हूं 2 मिनट में भंगी बना दूंगा।’
वायरल होते वीडियो में साफ़ साफ़ सुना जा सकता है कि एंबुलेंस का ड्राइवर और मृतक के परिजनों से कहा कि ‘मैं भाजपा में हूं, रामकिंकर सिंह का भाई हु, उमेश शुक्ला कहते है मुझको, लोग मेरे नाम से हग-मूत देते है। डीएम एसपी से कहकर इतने मुक़दमे लगवा दूंगा कि कि जिंदगी नास कर दूंगा। सीतापुर में रहने नही दूंगा।’ इस दरमियान नेता जी ने जमकर माँ बहन की गालियों से जो नवाज़ा वो अलग ही था। बताते चले कि रामकिंकर सिंह मिश्रिख के ब्लाक प्रमुख है।
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