शाहीन बनारसी
डेस्क: यूपी में नगर निकाय चुनाव होने वाले हैं। 14 हजार 684 पदों के लिए 4 और 11 मई को वोटिंग होगी। 13 मई को नतीजे आएंगे। इस चुनाव से पहले भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच सोशल मीडिया पर एक जंग जारी है जिसमे वीडियो युद्ध छिड़ा हुआ है। इस युद्ध में कभी समाजवादी पार्टी गाना जारी कर रही है तो कभी भाजपा। कई दौर के बाद अब समाजवादी पार्टी ने भी अपना एक गाना जारी किया है।
समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल से तीन मिनट का यह वीडियो शेयर किया गया है। साथ ही कैप्शन में गाने के बोल लिखे, “जो जनता को सताएं है हम उनको हटाएंगे।” इस गाने में यूपी की योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर निशाना साधा गया है। इसमें महंगाई से लेकर महंगी दवाओं के मुद्दे तक पर बात की गई है।
गाने के जरिये सपा ने योगी सरकार पर बेरोजगारी, बदहाली और व्यापार चौपट करने के आरोप भी लगाए। साथ ही दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार करने के आरोप भी लगाए हैं। समाजवादी पार्टी के इस वीडियो में सारस की भी बात की गई। यूपी सरकार पर आरोप लगाते हुए वीडियो में कहा गया, ‘सारस की आजादी को पिंजरों में पहुंचाए हैं।’
इससे पहले 24 अप्रैल की सुबह भाजपा की तरफ से एक गाना जारी किया गया था। इसके बोल हैं ‘गुंडे पुकारते हैं अखिलेश आइए’। भाजपा के इस गाने के बाद ही समाजवादी पार्टी ने अपना गाना जारी किया है। इसे दोहराओ तो एक गाना याद आता है जो पिछले यूपी चुनाव में काफी चर्चा में रहा था। गाने के बोल थे- ‘जो राम के लाए हैं हम उनको लाएंगे।’ अब इसी गाने की धुन पर अपने बोल इस्तेमाल कर सपा ने भाजपा पर पलटवार किया है।
इसके पहले जारी हुवे भाजपा के कैंपेन सॉन्ग को लेकर समाजवादी पार्टी की तरफ से सफाई दी गई थी। उसने पलटवार करते हुए लिखा था, समाजवादी पार्टी की तरफ से आगे कहा गया कि, भाजपा सिर्फ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जाति को सही मानती है, बाकी सबको गुंडा बताती है। सपा ने जवाब देते हुए आगे कहा था, “इसी मानसिकता के कारण योगी की भाजपा सरकार दलितों, वंचितों के साथ अन्याय और भेदभाव करती है।”
फारुख हुसैन डेस्क: अमेरिका का एक लड़ाकू विमान लाल सागर के ऊपर दुर्घटना का शिकार…
आफताब फारुकी डेस्क: असम पुलिस ने बाल विवाह के ख़िलाफ़ एक बार फिर बड़े पैमाने…
तारिक खान डेस्क: छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार की महत्वाकांक्षी 'महतारी वंदन योजना' के अंतर्गत सनी…
आदिल अहमद डेस्क: फ़लस्तीन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्थानीय मीडिया को बताया है कि…
आफताब फारुकी डेस्क: दिल्ली शराब नीति मामले में कथित घोटाले के आरोप में 156 दिन…
आदिल अहमद डेस्क: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का प्रमुख बनाए जाने की ख़बरों का भारत के…