तारिक खान
डेस्क: ब्रेकिंग न्यूज़ देख कर शायद आप घबरा रहे होंगे कि ‘एक और नोटबंदी’। मगर आपको परेशान होने अथवा घबराने की ज़रूरत नही है। आरबीआई ने बेशक 2 हज़ार के नोट को चलन से बाहर करने का फैसला लिया है। मगर इन नोटों को बदलने के लिए एक बड़ी समय अवधी भी प्रदान किया है। जिस दरमियान आप कही भी अपने बैंक जाकर अपनी 2 हज़ार की नोट बदल सकते है। 30 सितम्बर तक 2 हज़ार के नोट बैंको में बदले जायेगे। इस दरमियान आपको बैंक दुसरे नोट देगा मगर 2 हजार की नोट नही देगा।
सात साल पहले, 8 नवंबर 2016 को मोदी सरकार ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को अचानक बंद कर दिया था। उसका कहना था कि इससे काले धन और आतंकी फंडिंग पर रोक लगेगी। पुराने नोटों के बदले 500 और 2000 रुपये के नए नोट लाए गए थे। लंबे समय से ये खबर आ रही थी कि 2000 के नोटों की छपाई नहीं हो रही है। आरबीआई ने प्रेस रिलीज में बताया है कि ‘2000 के नोट RBI एक्ट की धारा-24(1) के तहत नवंबर 2016 में लाए गए थे। इसे मुख्य रूप से 500 और 1000 के नोट बंद होने से मार्केट में नोटों की जरूरतों को पूरा करने के लिए लाया गया था। जब दूसरे नोट मार्केट में पर्याप्त रूप से उपलब्ध हो गए तो 2000 के नोट लाने का मकसद पूरा हो गया। इसलिए 2018-19 में 2000 के बैंक नोट की छपाई बंद हो गई।’
आरबीआई के मुताबिक, जिन लोगों के पास 2000 के नोट हैं, वो उसे बैंक में जमा करा सकते हैं या उसके बदले दूसरे नोट ले सकते हैं। बैंकों को कोई दिक्कत ना हो, इसके लिए नोट बदलने की सीमा 20 हजार रुपये रखी गई है। यानी एक बार में आप 20 हजार तक के नोट एक्सचेंज कर सकते हैं। यह सुविधा 23 मई से शुरू होगी और 30 सितंबर तक जारी रहेगी। इसके अलावा आरबीआई की 19 क्षेत्रीय शाखाओं में भी नोट एक्सचेंज किए जा सकेंगे। आरबीआई ने बैंकों को सलाह दी है कि वे 2000 के नोट तत्काल प्रभाव से जारी करना बंद कर दें।
आरबीआई ने इसके अलावा एक और जानकारी दी है। वो ये है कि, 2000 के 89 फीसदी नोट मार्च 2017 से पहले जारी हुए थे। मार्च 2018 के दौरान कुल 6 लाख 73 हजार करोड़ रुपये के 2000 नोट मार्केट में मौजूद थे। ये पीक था। वहीं, मार्च 2023 में सिर्फ 3 लाख 62 हजार करोड़ रुपये के नोट बचे रह गए। पिछले साल नवंबर में एक आटीआई से जानकारी मिली थी कि आरबीआई ने पिछले दो साल से ज्यादा समय में 2 हजार के नोटों की प्रिंटिंग नहीं की है।
इकॉनमिक टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया था, भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण ने आरटीआई के जवाब में बताया था कि वित्त वर्ष 2016-17 में 2 हजार वाले 354 करोड़ रुपये के नोट छापे गए थे। फिर इसकी छपाई तेजी से घट गई। अगले साल सिर्फ 11 करोड़ रुपये और फिर उसके अगले साल यानी 2018-19 में सिर्फ साढ़े 4 करोड़ रुपये के नोट छापे गए। इसके बाद 2000 के नोटों की छपाई बंद हो गई।
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