आफताब फारुकी
डेस्क: चीन ने एक बार फिर से लश्कर-ए-तैयबा के चरमपंथी साजिद मीर का नाम ‘अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों’ की सूची में डालने के लिए अमेरिका और भारत के संयुक्त प्रस्ताव को रोक दिया है। साजिद मीर साल 2008 के मुंबई हमले के मुख्य अभियुक्तों में शामिल हैं। पिछले साल भी चीन ने चार बार साजिद मीर को इस सूची में डालने के प्रस्ताव को रोका था।
साजिद मीर अमेरिका और डेनमार्क में हुए हमलों में भी वांटेड हैं। ये घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब पीएम मोदी कल ही अमेरिका दौरे पर रवाना हुए हैं। पिछले साल सितंबर में भी भारत और अमेरिका के प्रस्ताव के तहत मीर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की (1267 अल क़ायदा प्रतिबंध) समिति के अंतर्गत ‘अंतरराष्ट्रीय आंतकवादी’ घोषित किया जाना था।
भारत और अमेरिका की कोशिश थी कि साजिद मीर की वैश्विक यात्राओं पर प्रतिबंध लगाया जाए और उनकी संपत्ति फ़्रीज़ की जाए। लेकिन ऐसा करने के लिए सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति के सभी 15 सदस्यों का सहमत होना ज़रूरी है। साजिद मीर भारत की ‘मोस्ट वांटेड’ सूची में शामिल हैं और अमेरिका ने उन पर 50 लाख डॉलर यानी 35 करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया है।
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