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लखनऊ दौरे के दौरान रामपुर पहुंचे पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा ‘24 में विपक्ष को लगेगा 440 का झटका’

रवि शंकर दुबे

रामपुर: लखनऊ दौरे के दरमियान आज रामपुर पहुंचे पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अपने निजी निवास शंकरपुर बरेली रोड रामपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात किया।। इसके बाद उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए महाराष्ट्र में अजित पवार के एनडीए में शामिल होने पर हुए फेरबदल को लेकर कहा जो अभी 40 का झोल दिखाई दे रहा है, वो 2024 में विपक्ष को 440 का झटका बनता दिखाई पड़ेगा।

उन्होंने कहा विपक्ष की मोदी को हटाने की हठ पर, जनता का मोदी जी को दोबारा लाने का संकल्प भारी पड़ रहा है। विपक्ष पर हमला बोलते हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा विपक्ष का हिट एंड रन का खेल उन्हें हिट विकेट कर रहा है, और हिट विकेट की हैट्रिक हो रही है। वहीं UCC पर बोलते हुए उन्होंने विपक्ष के विरोध का कटाक्ष किया और UCC से गरीब, पिछड़े, महिलाओं को लाभ होने की बात भी कही।

पत्रकारों के सवाल ‘विपक्ष एकजुट हो रहा है, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा बीजेपी को रविंद्र नाथ टैगोर को पढ़ने को लेकर दिए गए बयान’ पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि एक बात बताऊं आपको जो कांग्रेसी और समाजवादी पार्टी हो या कुछ और विपक्ष के लोग हैं। जो कॉमन सिविल कोड पर अंतर्विरोध है, उस विरोध विरोध का उनकी ही पार्टी के लोग अपनी अंतरात्मा की आवाज से अंत करेंगे। क्योंकि जो कॉमन सिविल कोड है वह किसी धर्म के धार्मिक अधिकारों और आस्थाओं पर किसी तरह का अतिक्रमण नहीं है। बल्कि मानवीय मूल्यों और संवैधानिक स्वतंत्रता को मजबूत करने वाला है।

उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि समावेशी सुधार पर कुछ लोग सांप्रदायिक वार करके अपनी सियासी दुकानें चलाने की कोशिश कर रहे हैं। आप संविधान सभा से लेकर के सड़क से लेकर के सुप्रीम कोर्ट तक देखें तो सभी ने इस बात को महसूस भी किया, उस बात को कहा भी, कि देश में समान नागरिक कानून होना चाहिए, लेकिन अनफॉर्चूनेटली कुछ लोगों की जो सांप्रदायिक सनक थी, उसने जो समावेशी सुधार है, उस पर जो है वह कहीं ना कहीं उसको कारागार में डाल दिया और इन 7 दशकों में कम्युनल करतूतों की वजह से क्रिमिनल कंस्पायरेसी के तहत जो कॉमन कोड कारागार में कैद था, उसकी रिहाई का वक्त आ गया है। यही समय है, सही समय है जब कॉमन सिविल कोड होगा।

मुख़्तार अब्बास नकवी ने कहा कि लेकिन उसके साथ हम देश के लोगों को यह स्पष्ट करना चाहते हैं जो लोग भय और भ्रम पैदा कर रहे हैं कि किसी को भी कहां नमाज पढ़नी है, कहां पूजा करना है, कहां चर्च में जाना है, कहां गुरुद्वारे में जाना है या अपनी धार्मिक आस्थाओं को कहां पर किस तरह से प्रदर्शित करना इस पर कोई बंदिश नहीं है। यह केवल सिविल कोड से जुड़ा हुआ एक मुद्दा है। सिविल कोड जो है वह समाज के सभी वर्गों के लिए समाज के सभी धर्मों के लिए है। यह हमारा देश, ऐसा देश है जिसमें की 140-145 करोड़ लोग रहते हैं। इसमें सभी धर्मों के मानने वाले लोग हैं। ऐसे लोग हैं जो किसी भी धर्म को नहीं मानते तो जो धर्म को मानते हैं उनके लिए भी कॉमन सिविल कोड है, जो धर्म को नहीं मानते हैं उनके लिए भी कॉमन सिविल कोड है। लेकिन जिनके धार्मिक आस्था है उस पर किसी तरह का प्रहार अतिक्रमण नहीं है।

सपा सांसद एसटी हसन के बयान हम कुरान को मानते हैं, उसके खिलाफ जो आएगा उसे नहीं मानेंगे पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, यूसीसी जो है वह कुरान शरीफ हो या जो और भी धर्म ग्रंथ है, उसके जो मान्यताएं हैं, उसका अतिक्रमण नहीं है। अगर उसका अतिक्रमण होता तो विधानसभा में मौलाना अबुल कलाम आजाद, मौलाना हसरत मोहानी, सरदार बल्लभ भाई पटेल, पंडित जवाहर लाल नेहरू, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर तमाम सारे जो महापुरुष थे वह इसका समर्थन नहीं करते। यह लोग इस तरह का भय और भ्रम पैदा करना चाहते हैं। वास्तविकता यह है कि वह अपने संप्रदायिक वोटों की ठेकेदारी को स्थापित करने की कोशिश करना चाहते हैं। उनको इस बात का अच्छी तरह मालूम है कि जिस दिन यह समावेशी सुधार होगा, उस दिन उनकी जो संप्रदायिक वोटों की दुकानें हैं, उस पर नाकाबंदी और तालाबंदी शुरू हो जाएगी।

सपा सांसद एसटी हसन के बयान ‘सरकार को मौलाना और उलेमाओं से बात करनी चाहिए’ पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा इस पर लॉ कमीशन इतने दिनों से चर्चा कर रहा है, और सभी लोगों ने अपनी अपनी राय उसमें दी है। मैं तो इस बात से बहुत खुश हूं कि यह पहली बार है, जो गंभीरता के साथ कॉमन सिविल कोड पर राष्ट्रीय बहस शुरू हुई और राष्ट्रीय बहस में जो धार्मिक लोग हैं वह, जो सामाजिक लोग हैं, जो सियासी पार्टियां हैं वह शिक्षा के क्षेत्र में जो लोग हैं, सभी ने अपनी अपनी राय दी है और सैकड़ों की संख्या में संस्थाओं ने लोगों ने व्यक्तियों ने अपने अपने सुझाव और राय दी है। उसके आधार पर लॉ कमीशन मसौदा बना रहा है। लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि इस अमृत काल में जो मंथन हो रहा है, उससे जो कॉमन सिविल कोड के रूप में एक अमृत जरूर निकलेगा और सभी समाज के सभी वर्गों के समावेशी सुधार के सशक्त करने का दुखों के सशक्तिकरण का एक मजबूत साधन साबित होगा।

कोर्ट में हत्या होने, मीडिया के सामने हत्या होने भीम आर्मी चीफ पर हमला जैसी वारदातों पर उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा जो भी अराजक तत्व है, गुंडे हैं बदमाश है, उनको इस बात का अच्छी तरह एहसास है कि उत्तर प्रदेश की धरती पर न तो वह बकैती कर सकते हैं ना वह जो है वह बाहुबली पन कर सकते हैं और जो करते हैं उनको उसका सख्त सबक मिलता है। इसलिए जो घटनाएं हैं उन घटनाओं पर सख्ती के साथ कानून व्यवस्था के तहत कार्रवाई की जा रही है। सपा नेता आजम खान द्वारा दिए गए बयान जो लोग सत्ता चला रहे हैं उनका इतिहास मालूम है को लेकर पलटवार करते हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा मुझे लगता है कि इतिहास भूगोल से ज्यादा जो है वर्तमान पर ध्यान दें।

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