आदिल अहमद
कानपुर: कानपुर का एक बेहद हैरान करने वाला एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद कानपुर कमिश्नरेट पुलिस की कार्यशैली पर पड़ा सवालिया निशान भी लग रहा है, जिसमे एक व्यक्ति जो एक महिला पर फरसे से हमला कर रहा है को पुलिस ने शांति भंग में चालान करके अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लिया है। जबकि वीडियो में साफ़ साफ़ दिखाई दे रहा है कि यदि सही वक्त पर महिला का नाबालिग बेटा न आता तो महिला की जान भी इसमें जा सकती थी। कानपुर पुलिस ने ट्विटर पर यह जानकारी प्रदान की है कि हमलावर दीपक गुप्ता का उसने 151 सीआरपीसी (शांति भंग) में चालान किया है।
मामले में मिल रही जानकारी के अनुसार घटना कानपुर के हनुमंत बिहार थाना क्षेत्र की है। घटना कानपुर पुलिस के अनुसार 2 अगस्त की है। इस घटना में 3 लोग हमले में घायल हुए बताए जाते हैं। घटना के संबंध में बताया जाता है कि उस्मानपुर कॉलोनी निवासी आसिफ अली पेशे से एक प्राइवेट कर्मचारी है। आसिफ की पत्नी शीबा फातिमा घर पर बेटे के साथ रहती है। वहीं पड़ोस में रहने वाला रमाकांत गुप्ता उर्फ दीपक गुप्ता और उसकी पत्नी दीप्ति गुप्ता का अक्सर बरामदे में साफ़ सफाई को लेकर शीबा से कहासुनी होती रहती है।
परम वीरता का परिचय देते हुवे रमाकांत गुप्ता उर्फ़ दीपक ने 2 महिलाओं के झगड़े के बीच छुड़ाने के बजाये फावड़े से शीबा पर हमला करना चालु कर दिया। शीबा की चीख पुकार सुनकर उसका नाबालिग बेटा आया और फावड़े से मार रहे पड़ोसी रमाकांत को रोकने का प्रयास किया, जिस पर रमाकांत रमाकांत ने शीबा के बेटे पर भी हमला कर दिया। घटना का सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ तो कानपुर पुलिस ने अपना पक्ष रखते हुवे कहा है कि दोनों पक्षों के तहरीर पर एनसीआर दर्ज कर लिया है। जिसके क्रम में रमाकांत गुप्तौर्फ़ दीपक गुप्ता का शांति भंग में चालान किया गया है।
इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ तो बड़ा सवालिया निशान पुलिस की कार्यशैली पर उठने लगा। जिस तरीके से सीसीटीवी फुटेज की घटना सामने आई है, उसको देख कर के यह चीज साफ़ समझ में आई कि यदि शीबा का बेटा बीच में नहीं आया होता, तो शीबा की जान भी जा सकती थी। पुलिस का कहना है कि मारपीट की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने पर लाई और घायलों का मेडिकल करवाया, वहीं दोनों पक्षों की तहरीर पर एनसीआर दर्ज कर ली और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह कहते हुए रमाकांत गुप्ता और दीपक गुप्ता का 151 यानी शांति भंग में चालान कर दिया।
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