तारिक़ खान
डेस्क: केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ संसद में विपक्ष के पेश किए अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा के बाद गुरुवार को पीएम मोदी लोकसभा में जवाब दिया। पीएम मोदी की स्पीच के बाद विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से गिर गया। केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ संसद में विपक्ष के पेश किए अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा के बाद गुरुवार को पीएम मोदी लोकसभा में जवाब दिया। मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर आये इस अविश्वास प्रस्ताव पर भाषण देते हुवे प्रधानमंत्री ने चंद मिनट ही मणिपुर के हवाले किये। इन चंद मिनटों में प्रधानमन्त्री महज़ विरेन सरकार का बचाव करते हुवे दिखाई दिए। जबकि अधिकतर हिस्से में उन्होंने शब्द केवल विपक्ष को टारगेट करने और अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनवाने में बिता दिया।
पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत की उपलब्धियों से विपक्षी दलों को अविश्वास है, जो दुनिया दूर से देख रही है वो ये यहां रहकर नहीं देख पा रहे हैं। अविश्वास और घमंड इनकी रगों में बस गया है। ये जनता के विश्वास को कभी देख नहीं पाते हैं। ये शुतुरमुर्ग रवैया जो है, इस पर देश क्या कर सकता है। पुरानी सोच के लोग कहते हैं कि जब कुछ मंगल होता है तो काला टीका लगाते हैं। आज देश का जो मंगल हो रहा है, मैं विपक्ष का धन्यवाद करता हूं कि काला कपड़ा पहनकर आए आए और देश का मंगल किया। मैं इसलिए विपक्ष का धन्यवाद कहता हूं।’
इस पुरे भाषण के दरमियान कांग्रेस समेत विपक्ष ने शुरू में तो प्रधानमंत्री का भाषण सुना लेकिन बाद में वॉकआउट कर दिया। अपने संबोधन की शुरुआत में उन्होंने कहा, ‘देश की जनता ने हमारी सरकार पर बार-बार भरोसा जताया है और मैं देश की करोड़ों जनता के प्रति अपना आभार जताने के लिए यहां आया हूं। आज मैं देख रहा हूं कि आपने (विपक्ष) तय कर लिया है कि जनता के आशीर्वाद से एनडीए और भाजपा पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए प्रचंड जीत के साथ वापस आएगी। कांग्रेस समेत विपक्ष ने शुरू में तो प्रधानमंत्री का भाषण सुना लेकिन बाद में वॉकआउट कर दिया था।
अपने संबोधन की शुरुआत में उन्होंने कहा, ‘देश की जनता ने हमारी सरकार पर बार-बार भरोसा जताया है और मैं देश की करोड़ों जनता के प्रति अपना आभार जताने के लिए यहां आया हूं। आज मैं देख रहा हूं कि आपने (विपक्ष) तय कर लिया है कि जनता के आशीर्वाद से एनडीए और भाजपा पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए प्रचंड जीत के साथ वापस आएगी।’ उन्होंने कहा कि भगवान बहुत दयालु हैं और वे किसी ना किसी माध्यम से अपनी इच्छा की पूर्ति करता है। मैं इसे भगवान का आशीर्वाद मानता हूं कि ईश्वर ने विपक्ष को सुझाया और वे प्रस्ताव लेकर आए। विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है। मैंने 2018 में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कहा था कि यह हमारे लिए फ्लोर टेस्ट नहीं है बल्कि ये उनके लिए फ्लोर टेस्ट है और परिणामस्वरूप वे चुनाव हार गए।’
क्या रहा प्रधानमंत्री के भाषण में मुख्य बिंदु
क्या बोले प्रधानमंत्री मणिपुर हिंसा पर
जब विपक्ष वॉकआउट कर गया तो पीएम मोदी ने मणिपुर हिंसा पर कहा, ‘अमित भाई ने कल विस्तार से बताया है कि मणिपुर में अदालत का एक फ़ैसला आया। अदालतों में क्या हो रहा है, हम जानते हैं। उसके पक्ष और विपक्ष में जो परिस्थितियां बनीं। पीएम मोदी ने कहा, ‘हिंसा का दौर शुरू हो गया। इसमें बहुत परिवारों को मुश्किल हुए। अनेक लोगों ने अपने स्वजन भी खोए। महिलाओं के साथ गंभीर अपराध हुआ। ये अपराध अक्षम्य है।‘
पीएम मोदी ने कहा कि ‘दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार भरपूर प्रयास कर रही है। मैं देश के सभी नागरिकों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जिस तरह प्रयास चल रहे हैं, शांति का सूरज जरूर उगेगा। मैं मणिपुर के लोगों से भी आग्रह करना चाहता हूं। वहां की माताओं और बेटियों से कहना चाहता हूं कि देश आपके साथ हैं। ये सदन आपके साथ है। हम सब मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे। वहां फिर से शांति होगी। मैं मणिपुर के लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि मणिपुर एक बार फिर विकास के रास्ते पर तेज गति से आगे बढ़े, उसमें प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।’
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