शाहीन बनारसी/शफी उस्मानी
वाराणसी: वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में चल रहे ASI सर्वे की आज रिपोर्ट पेश करने की तारीख जिला जज अदालत मुक़र्रर थी। आज ASI के द्वारा अदालत में सर्वे के लिए 8 और सप्ताह का वक्त माँगा है। ASI ने इस मुताल्लिक एक अर्जी अदालत में दाखिल किया है, अर्जी पर आज अदालत के न रहने पर सुनवाई नही हो सकी है। पत्रावली 4 तारिख को पेश होगी।
इसी दरमियान आज सुबह अंजुमन इन्तेज़मियां मसजिद कमेटी के सुप्रीम कोर्ट का पक्ष सुप्रीम कोर्ट में रखने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता फुजैल अय्यूबी आज दिल्ली से वाराणसी पहुचे और उन्होंने मस्जिद कमेटी के सदस्यों के साथ ज्ञानवापी मस्जिद का दौरा और मुआयना किया। जिस दरमियान मस्जिद कमेटी के सदस्य और एएसआई के सह निदेशक भी साथ में थे। मस्जिद कमेटी की टीम ने ASI के कामो में बिना दखलअंदाजी किये अपना मुआयना किया।
इस मुआयने के बाद सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अय्यूबी के साथ अंजुमन इन्तेज़मियां मसाजिद कमेटी के सदस्यों की एक गोपनीय बैठक हुई। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार इस बैठक में इस बात पर गौर-ओ-तलब हुआ कि कैसे अपने पक्ष को अदालत के सामने रखना है और क्या हकीकत है जिसको अदालत में बयान करना है। साथ ही कई अन्य अहम् मुद्दों पर भी आपसी तस्किरा होने की जानकारी हमारे सूत्र हमको उपलब्ध करवा रहे है।
सूत्रों के माध्यम से मिल रही जानकारी के अनुसार कमेटी के सदस्यों में खासी नाराजगी इस बात से थी कि कथित व्यापारी नेता अजीत सिंह बग्गा के द्वारा जिस प्रकार से मुस्लिम समाज को डराते हुवे आपत्तिजनक बाते किया गया और एसएम यासीन के द्वारा इसकी शिकायत लिखित रूप से पुलिस को उपलब्ध करवाया मगर प्रशासन ने किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही बग्गा के ऊपर नही किया। सूत्रों के अनुसार कमेटी की बैठक में इस बात का गौर-ओ-फिक्र हुआ कि इस मामले को कैसे उच्चाधिकारियों को बताया जाए।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार लगभग 5 घंटे तक चली इस गोपनीय बैठक में कई गोपनीय फैसले लिए गए है। ये फैसले क्या है इसकी जानकारी तो निकल कर सामने नही आ पाई है। मगर इतना पुख्ता जानकारी है कि फैसलों में शहर की अमन-ओ-फिजा को सुकून कायम रखने के लिए अफवाहबाजों की पुरजोर मुखालफत किया गया है। इसी क्रम में अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने एक ऑडियो जारी कर अफवाह बाजों की सख्त मुखालफत किया गया है।
क्या थी अफवाह
बताते चले कि कल बाद नमाज़-ए-जुमा एक अफवाह कथित रूप से मस्जिद के अन्दर दो लोगो ने फैलाया कि ASI की सर्वे टीम द्वारा मस्जिद के पीछे बनी दो मजारो की खुदाई किया जायेगा। इस अफवाह का तत्काल ही मौके पर मुफ़्ती-ए-बनारस मौलाना बातिन नोमानी ने खंडन किया। यही नही इसके बाद मस्जिद कमेटी के तमाम सदस्यों ने इसका खंडन किया। इस अफवाह को फैलाने में लोहता के निवासी एक व्यक्ति और शिवाला निवासी एक दालमंडी के दुकानदार की भूमिका थी।
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