तारिक़ आज़मी/शाहीन बनारसी
डेस्क: ग़ज़ा पर इसराइली सेना की ज़मीनी कार्रवाई की तैयारी के बीच इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक नया वीडियो शेयर किया है। जिसमे वह इसराइली सैनिको से बातचीत करते हुवे दिखाई दे रहे है। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ़ से आए एक अलग बयान में कहा गया है कि नेतन्याहू ने गज़ा पट्टी के बाहर इसराइली सैनिकों से कहा, ‘क्या आप अगले चरण के लिए तैयार हैं? अगला चरण आ रहा है।’
इजराइली हमले में मारे गए लेबनान निवासी पत्रकार की मौत पर लेबनान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद जानबूझ कर हत्या की शिकायत दर्ज करवाया है। लेबनान ने कहा है कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इसराइली सैनिकों द्वारा रॉयटर्स के पत्रकार इस्साम अब्दुल्लाह की ‘जानबूझकर की गई हत्या’ के संबंध में औपचारिक शिकायत दर्ज करा रहा है। इस्साम अब्दुल्ला लेबनान के नागरिक थे। वही इसराइल ने इस मामले में शोक प्रकट करते जाँच की बात कही है।
इसराइल के गज़ा के नागरिको पर हो रहे हवाई हमले के खिलाफ आज इंग्लैंड और स्कॉटलैंड में बड़े स्तर पर फ़लस्तीनी लोगों के समर्थन में रैलियां निकाली गईं। जिसमे आवाम का हुजूम सडको पर नज़र आया। यह सभी इसराइल के द्वारा गज़ा पर हमले की निंदा कर रहे थे और फलिस्तीन का समर्थन कर रहे थे। इनके द्वारा स्वतंत्र फलिस्तीनी राष्ट्र की मांग दोहराई गई।
इस बीच आज शाम को इसराइल की तरफ़ से उत्तरी गज़ा को खाली करने के फ़लस्तीनियों को मिली समय सीमा समाप्त हो गई है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार लाखों फ़लस्तीनी गज़ा में अपने घर छोड़ चुके हैं। वही इसराइल ने गज़ा से अमेरिकन नागरिको को निकलने की अनुमति दिया है। उसने मिस्र की सीमा से अमेरिकन नागरिको को निकलने के लिए कहा है। मगर हमास का कोई अभी बयान इसके ऊपर नहीं आया है कि वह अमेरिकन नागरिको को निकलने देगा या नही।
इसराइल की हवाई बमबारी में अबतक 2200 से ज़्यादा फ़लस्तीनियों की मौत हो गई है और क़रीब आठ हज़ार लोग घायल हुए हैं। वही इसी बीच अगले सप्ताह रूस के उप विदेश मंत्री कतर में हमास प्रतिनिधियों से मुलाकात कर सकते है। इस मुलाकात के दौरान बीते सप्ताह हमले के बाद बंधक बनाए गए इसराइलियों की रिहाई पर चर्चा होगी। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी रिया-नोवोस्ती ने इसकी जानकारी दी है। माना जा रहा है कि रूस फिलहाल एक संभावित शांतिदूत की भूमिका निभाने की कोशिश में है। रूस के हमास और ईरान दोनों से ही संबंध हैं। ईरान पर हमास को फंडिंग देने के आरोप भी लग रहे हैं।
रूस के उप विदेश मंत्री मिखाइल बोगदानोव ने समाचार एजेंसी से कहा कि वो अपने दौरे पर हमास के प्रतिनिधियों से मुलाकात की संभावना को खारिज नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, ‘अगर वो चाहेंगे तो हम हमेशा संपर्क के पक्ष में रहते हैं। ख़ासतौर पर ऐसी परिस्थिति में ये मुलाकात बंधकों को छुड़ाने सहित बहुत से व्यावहारिक मुद्दों को सुलझाने में कारगर होगी।’
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