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सभी तैयारियों के बावजूद भी आखिर इजराइल क्यों नही गाजा कर रहा है ज़मीनी कार्यवाही ? इसराइली मंत्रिमंडल के लिए क्या होगा इस वक्त चिंता का विषय ?

तारिक़ आज़मी

डेस्क: इसराइल में बुधवार को युद्ध मंत्रिमंडल का गठन किया गया। इसमें बंधकों के भाग्य पर विचार किया जा रहा है। एक दक्षिणपंथी मंत्री का बयान इसराइल की मीडिया में यह कहते हुए आया ‘अब समय आ गया है कि कठोर हुआ जाए।’ इस बयान को इस तरह से लिया जा रहा है कि वे (बंधक) फ़ैक्टर न बनें। वहीं, कई लोगों का ये कहना है कि बंधकों को छुड़ाने के लिए इसराइल को हर संभव प्रयास करने चाहिए।

Despite all the preparations, why is Israel not taking ground action in Gaza? What will be a matter of concern for the Israeli cabinet at this time?

वही इस बीच सरहदों पर भारी सैनिको के जमाव होने पर भी गाज़ा में इसराइल ने ज़मीनी अभियान के बारे में अब तक कोई राजनीतिक फ़ैसला नहीं लिया है। या फिर शायद इसको स्पष्ट और सपाट शब्दों में कहे तो ले नही पाया है। इसकी कई वजह हो सकती है। फिलहाल ऐसा माना जा रहा अहि कि इजराइली सेना किसी आपात स्थिति से निपटने की योजना बना रही है।

इसराइल-ग़ज़ा सीमा के पास के इलाके में बड़ी संख्या में इसराइली सैनिक मौजूद हैं। लेकिन आज सुबह इसराइली सेना के एक कर्नल ने ब्रीफ़िंग के दौरान बताया कि अब तक ज़मीनी अभियान को आगे बढ़ाने के बारे में राजनीतिक फ़ैसला नहीं हो पाया है।

दरअसल इजराइल को कई तरह से खतरों से दो चार होना पड़ सकता है। दक्षिणी सीमा को उसे सुरक्षित रखने की जहा चिंता है वही उत्तरी इलाकों से भी उसके सीमा को खतरा हो सकता है। क्योकि लेबनान अपने ऊपर हुई कार्यवाही का भी जवाबा दे सकता है।

वही अगर इस मामले में जिस तरीके से सीरिया में इजराइल ने उसकी राजधानी पर हमला किया है और सीरिया द्वारा इस हमले का जवाब देने की बात सामने आई है तो एक मुठभेड़ उस जानिब भी घूम सकती है। इस दरमियान खामोश बैठा इरान भी सीरिया के समर्थन में आ सकता है। वही जार्डन से भी इजराइल को विरोध देखना पड़ सकता है।

जिस प्रकार से गाजा के अन्दर पानी और खाना बंद किया गया है उससे मुस्लिम समुदाय की नाराज़गी इजराइल को अरब देशो के नाराज़गी से भी देखना पड़ सकता है। फिलहाल इजराइल को सबसे अधिक लेबनान और सीरिया से हमले का खतरा बना हुआ है। वही इस्राइल इस बार को भी समझ रहा है कि ज़मीनी सर्च आपरेशन इतना आसान नही होगा। गाजा में हमाज़ द्वारा बनाये गए टर्नल और बंकर के साथ सुरंगी रस्ते इजराइल को परेशान कर सकते है। भले ही गाज़ा की अधिकतर इमारते ज़मीदोज़ हो चुकी है। मगर हमाज़ को इसका कितना नुकसान पंहुचा है उसका आकलन अभी नही हो पा रहा है।

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