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यदि आपको भी है लत मोबाइल पर गेम खेलने की या अधिक मोबाइल चलाने की, तो जान ले इससे होने वाले नुकसान, जिसे सुन उड़ जाएंगे आपके होश

शाहीन बनारसी

डेस्क: तेज़ी से बढ़ते सोशल मीडिया की चीज़े हमारे लिए आरामदायक हो तो वही इसका अधिक उपयोग हमारे लिए हानिकारक भी है। आजकल स्मार्टफोन सिर्फ कॉलिंग के काम ही नहीं आता बल्कि मनोरंजन का भी बड़ा साधन बन गया है। मोबाइल में लोग सोशल मीडिया ऐप्स पर ज्यादा सक्रिय रहने लगे हैं। वहीं कई लोगों में मोबाइल पर गेम खेलने की आदत देखने को मिलती है। खासतौर से बच्चों में मोबाइल गेम की लत ज्यादा देखने को मिलती है। बच्चे और बड़े भी कई घंटों तक मोबाइल पर गेम खेलते रहते हैं। थोड़ी देर की भी फुर्सत मिलती है तो वे मोबाइल में गेम खेलना शुरू कर देते हैं। लेकिन गेमिंग की लत या आदत बहुत बुरी होती है।

गेम खेलने की लत या अधिक मोबाइल चालाने की आदत के साइड इफेक्ट्स आपकी सेहत पर ही नहीं आपकी सोशल लाइफ पर भी बहुत ही बुरा प्रभाव डालते है। लंबे समय तक फोन पर गेम खेलने से आंखों पर बुरा असर पड़ता है। अगर आप ऑफिस जाते हैं और आपको कंप्यूटर की स्क्रीन को पूरे दिन देखना पड़ता है तो आपको इससे भी ब्रेक लेने की जरूरत है। पूरे दिन फोन पर चिपके रहना, गेमिंग करते रहने से आपकी आंखों को थकान हो सकती है। इसे एस्थेनोपिया भी कहा जाता है। आंखों की रोशनी भी कम हो सकती है। ऐसे में आपको अपना स्क्रीन टाइप कम करना होगा। साथ ही एंटी-ग्लेयर स्पेक्स का भी इस्तेमाल आप कर सकते हैं।

अगर आप लंबे समय तक किसी एक गेम को खेलते आ रहे हैं तो आपको उसकी लत लग सकती है। किसी भी चीज की अति बुरी होती है। अगर किसी को गेमिंग की लत लग जाती है तो उसे उसके अलावा कुछ नहीं दिखता। ऐसे में जब उनको खेलने से रोकते हैं तो वह गुस्सा हो सकता है या हिंसक भी हो सकता है। अगर आप फोन का लगातार इस्तेमाल करते हैं तो आपकी मानसिक और शारीरिक हेल्थ पर असर पड़ता है। गेमिंग के दौरान लोग घंटों तक एक ही पोजिशन में बैठे रहते हैं। यह आपको मेंटल और फिजिकल दोनों तरह से परेशान कर सकता है।

बच्चों को जब मोबाइल पर गेम खेलने की लत लग जाती है तो उनसे मोबाइल वापस लेने पर वे नाराज हो जाते हैं। कई बार तो बच्चे हिंसक तक हो जाते हैं। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें बच्चों को मोबाइल पर गेम खेलने के लिए मना किया गया तो गुस्से में उन्होंने गलत कदम उठा लिए। मोबाइल पर गेम खेलने की लत से बच्चों की पढ़ाई पर बहुत बुरा असर होता है। बच्चों का ध्यान हमेशा गेम में ही लगा रहता है और इस वजह से उनका फोकस पढ़ाई पर नहीं रहता। उन्हें जरा सी फुर्सत मिलते ही वे पढ़ाई करने की जगह मोबाइल पर गेम खेलने लगते हैं। ऐसे में वे पढ़ाई में पीछे रह जाते हैं।

गेमिंग की आदत का असर आपकी सोशल लाइफ पर भी पड़ सकता है। क्योंकि गेम की लत के कारण आप अपने प्रियजनों को समय नहीं दे पाते हैं। ऐसे लोग परिवार, दोस्तों और सब लोगों से कट जाते हैं। ऐसे में आपको अपनी गेमिंग की आदत को कम करना होगा। कई बार हम ऐप स्टोर से जो ऑनलाइन गेम डाउनलोड करते हैं उनमें सबसे बड़ा जोखिम यह है कि उनमें मैलवेयर और वायरस शामिल हो सकते हैं। हैकर्स और साइबर क्रीमिनल्स गेम्स में वायरस डालकर लोगों के मोबाइल को हैक कर लेते हैं।

Banarasi

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