अनुराग पाण्डेय
डेस्क: लेबनान की राजधानी बेरुत में अमेरिका और ब्रिटिश दूतावासों ने अपने नागरिकों को जल्द से जल्द देश छोड़ देने की एडवाइज़री जारी की है। साथ ही अमेरिका ने ‘हमले की आशंका के मद्देनज़र पूरी दुनिया में अपने नागरिकों को सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया है।’ समाचार एजेंसी रायटर्स ने उक्त सम्बन्ध में समाचार का प्रकाशन किया है।
ग़ज़ा में न पानी है न बिजली और वे डब्बा बंद खाने पर निर्भर हैं। इस बीच इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू से मिलने के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक सउदी अरब में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलने पहुंचे हैं। इस मुलाकात पर दुनिया की नज़रे है क्योकि इस्लामी देशो द्वारा गज़ा पर इसराइल द्वारा किये जा रहे बमबारी पर काफी नाराजगी दिखाई है। दूसरी तरफ अमेरिका और ब्रिटेन इसराइल का समर्थन कर रहा है। ऐसे में अरब देशो से इनके सम्बन्धो पर असर पड़ने की भी संभावना है।
वही दूसरी तरफ इसराइली सेना ने गुरुवार को बताया कि सात अक्तूबर के हमास के हमले के बाद गुरुवार को 80 साल की एक बुज़ुर्ग महिला और उनकी 12 साल की पोती के शव मिले हैं। इसके साथ ही सेना ने हमास के कब्ज़े में बंधकों की संख्या को अपडेट किया है और ताज़ा संख्या 203 बताया है। फ़लस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इसराइली क़ब़्ज़े वाले नूर शम्स में इसराइली सेना के साथ झड़प में छह लोग मारे गए हैं। इसराइली सेना ने कहा है कि उसने ‘आतंकवादी दस्ते’ को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए हैं।
इस बीच हमास के साथ इसराइल के युद्ध पर इसराइल और हिज़बुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव पर अमेरिकी और ब्रिटिश नागरिकों को ‘उड़ानें उपलब्ध रहने तक लेबनान छोड़’ देने को कहा गया है। दोनों देशों ने अपने नागरिकों को लेबनान की यात्रा न करने की पहले चेतावनी जारी कर दी है। अमेरिकी एम्बेसी ने एक बयान में कहा, ‘हमने सुझाव दिया है कि लेबनान में मौजूद अमेरिकी नागरिक देश छोड़ने के लिए इंतज़ाम कर लें। अभी उड़ानें उपलब्ध हैं।’
इसी तरह की चेतावनी ब्रिटिश एम्बेसी ने जारी की है, ‘अगर आप लेबनान में है, हमारा सुझाव है कि जबतक व्यासायिक उड़ानें उपलब्ध हैं, आप तत्काल देश छोड़ दें।’ बयान में कहा गया है कि ब्रिटिश नागरिकों को सावधानी बरतनी चाहिए और उन जगहों पर नहीं जाना चाहिए जहां प्रदर्शन हो रहे हों। हिज़बुल्लाह और फ़लस्तीनी धड़े और इसराइल के बीच बॉर्डर के पार रोज़ फ़ायरिंग की घटनाएं हो रही हैं।
बेरुत में पिछले कई दिनों से इसराइल के ख़िलाफ़ बड़े-बड़े प्रदर्शन हो रहे हैं। सात अक्तूबर को हमास के इसराइल पर हमले में 1,400 लोग मारे गए। इसके बाद इसराइल की ओर से ग़ज़ा पर किए जा रहे अंधाधुंध बमबारी में अबतक 3,500 लोग मारे गए हैं जिनमें अधिकांश नागरिक हैं।
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