ईदुल अमीन
डेस्क: उत्तर प्रदेश में बारिश का सिलसिला थमने के साथ ही दक्षिण-पश्चिम मानसून ने विदाई ले ली है। 9 अक्टूबर को मौसम विभाग ने आधिकारिक रूप से इसकी घोषणा कर दी है। बता दें 30 सितंबर से दक्षिण-पश्चिम मानसून ने प्रदेश के पश्चिमी भाग से वापस लौटने लगा था। मानसून के जाने के बाद अब दिन के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। तेज गर्मी लोगों को खासा परेशान कर रही है। साथ ही लोकल सिस्टम और पश्चिमी विक्षोब के कारण हुई हल्की बूंदाबांदी से उमस बढ़ गई है।
आंकड़ों के अनुसार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 3 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। यहां औसतन 672 मिमी बारिश दर्ज की जाती है, जबकि इस सीजन 693.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं ऑवरऑल बारिश पर नजर डालें तो 17 प्रतिशत कम बारिश हुई है। प्रदेश में 746.2 मिमी बारिश मानसून सीजन में होती है, जबकि इस बार 619.3 मिमी बारिश ही हुई है। इसके अतिरिक्त कई ऐसे जिले है जहां जरूरत से ज्यादा बारिश भी हुई है।
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में सर्वाधिक 1270 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि भदोही जिले में सबसे कम 162 मिमी बारिश दर्ज हुई। वहीं प्रदेश की राजधानी लखनऊ में करीब 5 प्रतिशत कम बारिश हुई। जिले में औसतन 683.2 मिमी बारिश होती है, जबकि इस बार 639 मिमी बारिश के साथ मानसून की बारिश सामान्य रही है।
प्रदेश से मानसून की विदाई हो गई है। अब दिन और रात के तापमान में बदलाव देखने को मिल रहा है। दिन के तापमान में उछाल और रात के तापमान में कुछ गिरावट दर्ज की जा रही है। साथ ही रात में ओस भी गिर रही है। सोमवार को राजधानी लखनऊ समेत अधिकतर जिलों में तेज धूप ने लोगों को खासा परेशान किया। धूप होने से गर्मी का एहसास हुआ है।
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