शाहीन बनारसी
वाराणसी: मौसम ने अपना रुख बदलना शुरू कर दिया है। पहाड़ी इलाको में हो रही बर्फ़बारी अब शहरी इलाको को भी प्रभावित कर रही है। वही अब इस बर्फ़बारी का असर धीरे-धीरे वाराणसी में भी दिखने लगा है। शुक्रवार को पारा साढ़े चार डिग्री गिरने से न्यूनतम तापमान का पिछले चार साल का रिकॉर्ड टूट गया। इसके साथ ही ठंड ने भी दस्तक दे दी है और रात में सिहरन ने बदलाव का संकेत देना शुरू कर दिया है।
16 अक्टूबर को अधिकतम तापमान 36 और न्यूनतम 21.8 डिग्री सेल्सियस था। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 17.4 और अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। न्यूनतम तापमान में गिरावट की वजह से रात में हल्की सिहरन महसूस होने लगी है। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि अलनीनो के प्रभाव की वजह से दिन और रात के तापमान में भारी अंतर देखने को मिल रहा है। मौसम का यह रुख अगले पांच छह दिन तक बना रहेगा।
वही मौसम वैज्ञानिक ने यह भी बताया कि सब्जियों की फसल के लिए यह तापमान सबसे फायदेमंद होता है। मौसम में नमी की वजह से अगैती फसलों आलू प्याज व दलहन की बुवाई करने की तैयारी किसान कर सकते हैं। अक्टूबर, नवंबर और फरवरी, मार्च में डेली टेंप्रेचर रेंज (डीटीआर) सर्वाधिक होता है।
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