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तुर्की की संसद में राष्ट्रपति रैचप तैय्यप अर्दोआन ने इसराइल का प्रस्तावित दौरा रद्द करने की घोषणा करते हुवे कहा ‘हमास अपनी ज़मीन के आज़ादी की लड़ाई लड़ने वाला समूह है’

प्रमोद कुमार

डेस्क: तुर्की के राष्ट्रपति रैचप तैय्यप अर्दोआन ने हमास को ‘लिबरेशन ग्रुप’ यानी आज़ादी के लिए लड़ने वाला समूह बताया है, जो अपनी ज़मीन की सुरक्षा के लिए लड़ाई लड़ रहा है। तुर्की की संसद में अपने तीखे भाषण में अर्दोआन ने कहा कि वो इसराइल के अपने दौरे को रद्द कर रहे हैं। हमास, ख़ासकर इसके सैन्य संगठन को इसराइल, अमेरिका, यूरोप और ब्रिटेन के अलावा कुछ अन्य देशों ने ‘आतंकवादी संगठन’ घोषित कर रखा है।

अर्दोआन ने सदन में कहा कि उन्होंने इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू से हाथ मिलाया था लेकिन उसी नेतन्याहू ने ‘तुर्की के भले की मंशा को अपमानित किया।’ पिछले महीने ही न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र सम्मलेन के दौरान दोनों नेताओं की मुलाक़ात हुई थी। उससे लगा था कि दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधरे हैं। अर्दोआन के ताज़ा बयान से आशंका है कि कहीं इसराइल में तुर्की को लेकर भारी आक्रोश पैदा न हो जाए।

अगर ऐसा होता है और टर्की में इसराइल को लेकर असंतोष फैला तो यह इसराइल के लिए एक और मोर्चा खुलने की चेतावनी रहेगी। पहले से ही गज़ा के अलावा लेबनान और सीरिया के मोर्चे उसके लिए खतरे का सबब बने है। उसके ऊपर मुश्किलें तब और भी बढ़ रही है जब UN के महासचिव ने खुल कर इसराइल की आलोचना किया है और हमास के हमले को ‘अचानक’ नही माना है और फलिस्तीन के स्वायत्ता के संघर्ष का समर्थन किया है।

बताते चले कि बीती सात अक्टूबर को हमास ने ग़ज़ा पट्टी के करीब इसराइल में घुस कर हमला किया जिसमें 1400 लोग मारे गए, जिनमें अधिकांश नागरिक थे। हमाज़ के लड़ाके पैरागलाईडिंग करते और गज़ा के सीमा पर लगे बाड को बुलडोज़र से तोड़ते हुवे इसराइल के अन्दर घुसे थे। इस हमले के बाद सबसे बड़ा सवाल इसराइली ख़ुफ़िया तंत्र मोसाद पर उठा था।

मोसाद को अमूमन दुनिया की सबसे शक्तिशाली सुचना तंत्र में एक होने का भी खिताब हासिल है। इस हमले के बाद इसराइल तब से ही ग़ज़ा में जवाबी कार्रवाई कर रहा है। हमास के मुताबिक इसराइल के हमले में अब तक 5800 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हमास का दावा है कि यह सभी आम नागरिक है। इसराइल लगातार गज़ा पर हवाई हमले कर रहा है। गज़ा से आती तस्वीरे बताती है कि इस हवाई हमलो में अधिकतर भवन ज़मीदोज़ हो चुके है। मगर कई दिनों से तैयारी के बाद भी इसराइल अभी तक गज़ा पर ज़मीनी कार्यवाही नही कर रहा है।

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