तारिक खान/एच0 भाटिया
कानपुर: छठ पूजा हेतु चल रही ट्रेनों में भीड़ के साथ ही आज एक बड़ी रेल दुर्घटना सामने आई है। बेशक इस दुर्घटना में यात्रियों के सुझबुझ के कारण कोई बड़ा हादसा नही हो सका और किसी के हताहत होने की जानकारी हासिल नही हो रही है। कुछ यात्री ट्रेन से कूदने में घायल हुवे है। मगर ट्रेन के तीन कोच में आग लगने से अभी तक मिल रही जानकारी के अनुसार कोई इस आग में झुलसा नही है।
मिल रही जानकारी के अनुसार नई दिल्ली से दरभंगा जा रही नई दिल्ली-दरभंगा एक्सप्रेस (02570) में आज शाम बुधवार को इटावा के सराय भूपत रेलवे स्टेशन के निकट आग लग गई। देखते ही देखते भीषण आग भीषण रूप लेने लगी। आग लगने का कारण शुरूआती दौर में बोगी के नीचे लगे हुए सिलेंडर पर ब्लास्ट होना बताया जा रहा है। इस आग की चपेट में देखते ही देखते तीन बोगियां आ गई और तीनो धू-धूकर जलने लगी। आग लगने से ट्रेन में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया और किसी तरीके से लोगों ने ट्रेन से कूद कर अपनी जान बचाई।
जानकारी के मुताबिक भूपत रेलवे स्टेशन के पास दरभंगा एक्सप्रेस की S-1 बोगी में अचानक आग लग गई। चलती ट्रेन में धुआं उठता देख ट्रेन यात्रियों में हडकंप मच गई और लोगो ने ट्रेन से कूद कर जान बचाई। हादसा सराय भूपत रेलवे स्टेशन के पास शाम 6:00 बजे के करीब हुआ। बताया जाता है कि उसे समय ट्रेन की स्पीड 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की थी।
हादसे के समय बोगी में क्षमता से दुगनी संख्या में यात्री सवार थे। आग ने देखते देखते तीन बगियां को अपनी चपेट में ले लिया। ट्रेन में बोगी संख्या S-1 तो पूरी तरीके से चलकर के खाक हो चुकी है। हादसे में झूलसे दो यात्रियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इटावा जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर हुवे इस रेल हादसे के बाद स्टेशन के पास रोक दिया गया। ट्रेन के धीमा होते ही यात्रियों के कूद कर अपनी जान बचाई।
हादसे के सम्बन्ध में एक यात्री ने बताया कि जैसे ही भूपत रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रुकी तुरंत ट्रेन से पंखे बंद हो गए और लाइट भी चली गई। थोड़ी देर में चीख पुकार मच गई। तेज तेज आवाज आने लगी की आग लगी। लोगों में भगदड़ मच गई। स्थानीय लोगों कहना है की ट्रेन में आग लगभग 6:00 बजे करीब लग गई थी, मगर प्रशासनिक मदद लगभग एक घंटे बाद पहुची।
मौके पर कई दमकल की गाड़ी आग बुझाने में लगी है। फिलहाल आग पर काबू पाने का प्रयास जारी है। किसी के हताहत होने की अभी कोई भी पुष्टि स्थानी प्रशासन अथवा रेलवे के तरफ से नहीं प्रदान की गई है।