आदिल अहमद
डेस्क: इसराइल की सेना ने कहा है कि वो इसके लिए तैयार है। सेना ने बताया है कि वो अस्पताल में भर्ती समय से पूर्व पैदा हुए बच्चों को शिफ़्ट करने में मदद करेगी। अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक ऐसे दो बच्चों की मौत हो चुकी है और 37 बच्चे ख़तरे की जद में हैं। इसराइल ने अस्पताल पर हमला करने के आरोपों को ग़लत बताया है।
इसराइल की सेना के आश्वासन के बीच अल शिफ़ा के डॉक्टरों का कहना है कि ग़जा में ऐसा कोई अस्पताल नहीं है जहां 37 नवजात बच्चों को रखा जा सके। उन्होंने कहा कि वार्ड में बिजली बहाली प्राथमिकता होनी चाहिए। डॉक्टरों का दावा है कि अस्पताल पर गोलीबारी जारी है और यहां भर्ती मरीज़ों की जान ख़तरे में है। उन्हें इलाज नहीं मिल रहा है। ऐसे में ख़तरा बढ़ गया है।
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