अनुराग पाण्डेय (इनपुट: सिद्धार्थ शर्मा)
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ से इन्सानियत को शर्मसार कर देने और पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवालिया निशान लगाने वाली एक घटना का आज सोशल मीडिया पर वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। घटना दीपावली के रात की बताया जा रहा है, जिसमे एक किशोर का ज़बरदस्ती अपहरण कर उसको घंटो बंधक बना कर बेरहमी से पीटा गया। यही नही दबंगो ने उस किशोर के चेहरे पर पेशाब भी किया।
उन्होंने बताया कि घटना दिवाली के अगले दिन यानी 13 नवंबर की शाम की है। छात्र अपनी मौसी के घर मिठाई देने के लिए निकला था। पीड़ित छात्र के मुताबिक, रास्ते में उसे अवि शर्मा, आशीष मलिक, मोहित ठाकुर और राजन मिले। उनके साथ 3 अज्ञात लड़के भी थे। सभी ने मिलकर उसका अपहरण कर लिया और गाड़ी में डालकर सेक्टर-11 की ओर ले गए। पीड़ित छात्र के मुताबिक, बदमाशों ने उसके हाथ बांध दिए थे और हॉकी स्टिक और डंडे से कई घंटों तक रूक-रूककर पिटाई करते रहे।
पीड़ित के पिता ने बताया कि बदमाशों ने पिटाई का वीडियो भी बनाया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में पीड़ित रहम की भीख मांगता दिख रहा, लेकिन बदमाशों ने उसकी एक नहीं सुनी और पिटाई करते रहे। इसके बाद आशीष मलिक नाम के बदमाश ने पीड़ित छात्र के चेहरे पर पेशाब किया। इसका भी वीडियो बनाया गया। पीड़ित छात्र इस दौरान वीडियो न बनाने की मिन्नतें करता रहा।
वही इस समबन्ध में पुलिस के मुताबिक़ ये घटना 13 नवंबर की है। मेरठ पुलिस ने एक बयान जारी कर बताया है कि मेडिकल थाना क्षेत्र में 13 नवंबर को एक युवक के साथ मारपीट की गई और इस दौरान उस पर पेशाब भी किया गया। जबकि जो एफ़आईआर इस घटना के संबंध में दर्ज की गई है उसमें पेशाब किए जाने का ज़िक्र नहीं है। पुलिस ने एफ़आईआर आईपीसी की धारा 147, 323, 504 और 506 तहत दर्ज की है।
इस सम्बन्ध में मेरठ के एसपी सिटी पीयूष कुमार सिंह ने अपने बयान में युवक पर पेशाब किए जाने की पुष्टि की है। मीडिया से बात करते हुए पीयूष कुमार सिंह ने कहा, ‘ये घटना 13 नवंबर की है। शुरुआत में युवक ने अपने ऊपर पेशाब किए जाने के बारे में नहीं बताया था, इसलिए जो पहली तहरीर दी गई थी, उसके आधार पर एफ़आईआर दर्ज की गई थी, बाद में वीडियो सामने आया है और अब धारा 294 और 295 ए को भी जोड़ दिया गया है।’ जबकि दुसरे तरफ पीड़ित के पिता ने आरोप लगाते हुवे कहा है कि पुलिस ने हमारी एफ़आईआर दर्ज करने में लापरवाही की है, सख़्त धाराएं नहीं लगाई गई हैं। पहले एफ़आईआर ही दर्ज नहीं की जा रही थी। आरोपियों का सम्बन्ध एक राजनितिक पार्टी से होने का भी आरोप उन्होंने लगाया है।
बताते चले कि इससे पहले मध्य प्रदेश के सीधी में एक आदिवासी युवक पर पेशाब किए जाने का वीडियो वायरल हुए था। जिसके बाद प्रशासन ने अभियुक्त को गिरफ़्तार किया था और अभियुक्त के घर को भी तोड़ दिया गया था। मध्य प्रदेश में पेशाब किए जाने की घटना पर राजनीति भी हुई थी और मध्य प्रदेश की क़ानून व्यवस्था पर सवाल उठे थे। वही इस घटना के बाद भी मेरठ पुलिस के कार्यशैली पर सवाल उठ रहे है।
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