आदिल अहमद
डेस्क: अमेरिकी राज्य ओकलाहोमा के एक जज ने 48 साल से जेल में बंद एक व्यक्ति को बेकसूर करार दिया है। ये मामला अमेरिकी इतिहास में सबसे लंबे समय के लिए ग़लत सज़ा काटने वाले ग्लिन सिमोंस का है। सत्तर साल के ग्लिन सिमोंस को एक जज ने जुलाई में ही रिहा करने का हुक्म दिया था और साथ ही उनके मामले में नए सिरे से ट्रायल के लिए फरमान सुनाया था। लेकिन सोमवार को एक काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी ने इस मामले में सबूतों की कमी का हवाला दिया।
इसके बाद मंगलवार को ओकलाहोमा काउंटी डिस्ट्रिक्ट जज एमी पालुम्बो ने ग्लिन सिमोंस को बेकसूर करार दिया। अपने फ़ैसले में उन्होंने कहा, “साफ़ और भरोसेमंद सबूतों के आधार पर इस अदालत का ये मानना है कि ग्लिन सिमोंस को जिस अपराध के लिए दोषी करार दिया गया, सज़ा दी गई और उन्हें जेल में रखा गया…। वो ग्लिन सिमोंस ने नहीं किए थे।‘
ग्लिन सिमोंस का कहना था कि क़त्ल के वक़्त वे अपने गृह राज्य लुइजियाना में थे। एक जिला अदालत ने ये जानने के बाद कि सरकारी वकीलों ने बचाव पक्ष को सभी सबूत नहीं सौंपे थे, इस साल जुलाई में उनकी सज़ा रद्द कर दी। इन सबूतों में एक साक्ष्य ये भी था कि एक गवाह ने अन्य संदिग्धों की भी पहचान की थी। बाद में एक किशोर की गवाही के आधार पर ग्लिन सिमोंस और डॉन रॉबर्ट्स कसूरवार ठहराया गया। घटना के दौरान उस किशोर को पीछे से गोली लगी थी। उसने पुलिस के सामने संदिग्धों की हुई परेड में कई अन्य लोगों को भी चिह्नित किया था।
आदिल अहमद डेस्क: कैलाश गहलोत के आम आदमी पार्टी से इस्तीफ़ा देने पर राज्यसभा सांसद…
आफताब फारुकी डेस्क: बीती रात रूस ने यूक्रेन की कई जगहों पर कई मिसाइलों और…
तारिक खान डेस्क: दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मंत्री पद और आम…
फारुख हुसैन डेस्क: मणिपुर में शनिवार को हुई हिंसा पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने…
अबरार अहमद डेस्क: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से शनिवार को फूलपुर में…
माही अंसारी डेस्क: मणिपुर और असम की सीमा के पास जिरी नदी में शुक्रवार को…