मो0 आरिफ खान
प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड के आरोपित मो. नफीस उर्फ नफीस बिरयानी 50 पुत्र स्व. वसी अहमद निवासी गुलाबबाड़ी कालोनी खुल्दाबाद की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी। पचास हजार के इनामी नफीस बिरयानी को नवाबगंज पुलिस ने मुठभेड़ में 22 नवबंर को गिरफ्तार किया था। वह नैनी जेल में बंद था। रविवार को दिल का दौरा पड़ने पर उसे गंभीर हालत में स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां देर रात इलाज के दौरान मौत से हो गयी।
उमेश पाल हत्याकांड में नफीस बिरयानी को आरोपित बनाया गया था। उमेश पाल हत्याकांड में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल हुआ था वह नफीस बिरयानी की थी। उसी कार से शूटर घटना को अंजाम देने के लिए गये थे। उसके बाद चकिया में कार को छोड़कर फरार हो गये थे। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि वह कार किसी नफीस के रिश्तेदार के नाम थी। उसको नफीस ने बेंच दिया था। लेकिन जांच में यह पता चला था कि नफीस ने कार तो बेंच दी थी लेकिन उस कार का वहीं इस्तेमाल करता था।
कार की बरामदगी के बाद नफीस बिरयानी को पुलिस ने वांटेड किया था। सूत्रों की माने तो पुलिस एक बार उसे उठाकर पूछताछ कर चुकी थी लेकिन उसने बताया था कि वह कार बेंच चुका था। धूमनगंज पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। 22 नवंबर को नवाबगंज पुलिस ने 50 हजार इनामी नफीस को मुठभेड में गिरफ्तार किया था उसके पैर में गोली लगी थी। आरोपित 23 नवंबर से पांच दिसंबर तक एसआरएन में भर्ती था। इसके बाद उसे डाक्टरों के डिस्चार्ज करने के बाद नैनी जेल भेज दिया था।
बताया जाता है कि रविवार को नैनी जेल में उसकी हालत बिगड़ गयी। हार्ड अटैक पड़ने के बाद जेल प्रशासन ने उसे आनन-फानन में एसआरएन में भर्ती कराया, जहां देर रात उसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी। बतादें की नफीस ने पुलिस के सामने कई राज खोले थे। पुलिस ने नफीस के सीए से भी पूछताछ की थी। मृतक के तीन बेटियां व पत्नी है।
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