संजय ठाकुर
डेस्क: बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि के मौके पर ग़रीबी, महंगाई और सरकारी अनाज पर ग़रीबों की निर्भरता का मुद्दा उठाते हुए कहा कि ये एक दुखद स्थिति है।
देश में ग़रीबों की स्थिति पर दुख जाहिर करते हुए मायवाती ने लिखा है, “किंतु देश के 81 करोड़ से अधिक ग़रीब लोगों को पेट पालने के लिए सरकारी अन्न के मोहताज का जीवन बना देने जैसी दुर्दशा, ना यह आज़ादी का सपना था और ना ही उनके लिए कल्याणकारी संविधान बनाते समय बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर ने सोचा था, यह स्थिति अति-दुःखद है।”
उन्होंने आगे कहा, “देश में रोटी-रोज़ी के अभाव एवं महंगाई की मार के कारण आमदनी अठन्नी भी नहीं पर खर्चा रुपया होने के कारण गरीब, मजदूर, छोटे व्यापारी, किसान, मध्यम वर्ग सहित सभी मेहनतकश समाज की हालत त्रस्त और चिंतनीय, जबकि संविधान को सही से लागू करके उनकी हालत अब तक काफी संवर जानी चाहिए थी।”
तारिक आज़मी वाराणसी: वाराणसी नगर निगम खुद को स्मार्ट होने का दावा कागजों पर करता…
आदिल अहमद डेस्क: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और पूर्व मंत्री आदित्य…
फारुख हुसैन डेस्क: 18वें प्रवासी भारतीय दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भुवनेश्वर में भारतीय…
आफताब फारुकी डेस्क: राजस्थान का कोटा शहर एक बार फिर कोचिंग छात्रों के सुसाइड मामले…
ईदुल अमीन डेस्क: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की नेता वृंदा करात ने कहा है कि वामपंथी…
तारिक खान डेस्क: बुधवार को तिरुपति में कई श्रद्धालु तिरुमाला हिल्स स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी…