ईदुल अमीन
डेस्क: पिछले दिनों इंडिया और भारत को लेकर जारी बहस के बीच अब केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि एनसीईआरटी इन दोनों के बीच कोई फ़र्क नहीं करता। मंत्रालय ने कहा है कि एनसीईआरटी संविधान में निहित भावना को स्वीकार करता है और इंडिया, भारत दोनों को मान्यता देता है।
एनसीईआरटी हमारे संविधान में निहित इस भावना को विधिवत स्वीकार करती है और दोनों के बीच अंतर नहीं करती है।’ बीते अक्तूबर महीने में एनसीईआरटी के एक पैनल ने सभी पाठ्यपुस्तकों में इंडिया का नाम बदलकर भारत करने का प्रस्ताव दिया था।
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