प्रमोद कुमार
डेस्क: कर्नाटक से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा को मैसूर जिले में ग्रामीणों ने एक गांव में आयोजित मंदिर शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लेने से रोक दिया। जिले की हरोहल्ली पंचायत के अंतर्गत गुज्जेगौदानपुरा गांव का बताया जा रहा है। जहाँ राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले यह समारोह आयोजित हो रहा था।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, जिले की हरोहल्ली पंचायत के अंतर्गत गुज्जेगौदानपुरा गांव में सोमवार को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले यह कार्यक्रम होना था। बताया गया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा राम लला की मूर्ति को तराशने के लिए इस्तेमाल किए गए एक पत्थर के ब्लॉक का खनन एक 70 वर्षीय दलित किसान रामदास। एच द्वारा दान की गई चार गुंटा भूमि से हुआ है।
रामदास के एक भाई ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि ग्रामीण सिम्हा से नाखुश थे क्योंकि वे पिछले साल महिषा दशहरा के समय उनके समुदाय और इसके नेताओं के खिलाफ बोलते नजर आए थे और उनके इशारे पर कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। ग्रामीणों की नाराजगी के बीच प्रताप सिम्हा कुछ ही मिनटों में वहां से लौट गए थे। हालांकि, बाद में उन्होंने मीडिया से कहा कि ऐसा करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ता थे।
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