तारिक़ खान
केरल विधानसभा के 10वें सत्र के पहले दिन राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद ख़ान ने अपना संबोधन महज एक मिनट 15 सेकेंड में ख़त्म कर दिया। इन मौकों पर राज्यपाल संवैधानिक नियमों के तहत अपने संबोधन में राज्य सरकार को ‘मेरी सरकार’ कहकर संबोधित करते हैं। लेकिन राज्यपाल ख़ान इससे बिल्कुल बचते नजर आए। राज्यपाल ने 61 पन्नों के भाषण में से आखिरी पैराग्राफ़ पढ़ा।
हालांकि, पूर्व स्पीकर एमबी राजेश ने राज्यपाल के भाषण पर कहा कि वो (ख़ान) ‘तकनीकी रूप से सही’ हैं, उन्होंने जो पढ़ा वो सरकार की नीति में है। ख़ान और वामपंथी मोर्चे की सरकार के बीच नागरिकता (संशोधन) कानून, कई विधेयकों पर राज्यपाल द्वारा हस्ताक्षर से इनकार करने और सत्ताधारी सीपीएम की स्टूडेन्ट विंग एसएफ़आई के साथ उनके टकराव चर्चा का विषय रहे हैं।
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