अनुराग पाण्डेय
डेस्क: अमेरिका ने गुरुवार को कहा था कि वो नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएए को लेकर चिंतित है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ये बात कही। उनसे एक रिपोर्टर ने भारत के इस कानून पर सवाल किया था। इस पर उन्होंने कहा, ‘हम नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएए को लेकर चिंतित हैं। हम इस पर क़रीबी नज़र बनाए हुए हैं और ये देखेंगे कि इस कानून को कैसे लागू किया जाएगा। धार्मिक स्वतंत्रता के प्रति सम्मान और सभी समुदायों के लिए बराबरी लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों में शामिल है।’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘ये कानून 31 दिसंबर, 2014 या उससे पहले भारत आने वाले अफ़गानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश के हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के प्रताड़ित लोगों को सुरक्षा प्रदान करता है। सीएए नागरिकता देने के बारे में है न कि नागरिकता लेने के बारे में। इसे ज़रूर रेखांकित कर लेना चाहिए। ये कानून मानवीय सम्मान और मानवाधिकार के लिए है।’
उन्होंने कहा, ‘वैसे लोग जो भारत की बहुलता और आज़ादी के बाद के भारत के इतिहास के बारे में जिनकी समझ नहीं है, अच्छा है कि वो इन सब के बारे में बयान न दें। भारत ने जिस इरादे से इस कदम को उठाया है, उसके लिए भारत के सहयोगियों और शुभचिंतकों को इस देश का स्वागत करना चाहिए।’
फारुख हुसैन डेस्क: असम-मणिपुर सीमा के निकट जिरी नदी में शुक्रवार को एक महिला और…
ए0 जावेद वाराणसी: गांधी विरासत को बचाने के लिए वाराणसी स्थित राजघाट परिसर के सामने…
ईदुल अमीन डेस्क: उत्तर प्रदेश के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने…
माही अंसारी डेस्क: मणिपुर में हालात एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं। इसे लेकर…
मो0 शरीफ डेस्क: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के…
निलोफर बानो डेस्क: शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पार्टी की वर्किंग…