फारुख हुसैन
डेस्क: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में मंत्रालय वल्लभ भवन में शनिवार सुबह लगी आग पर तीन घंटे बाद काबू पाया जा सका है। लेकिन अब इस आग को लेकर अब राजनीति तेज़ हो गई है। कांग्रेस ने इस आरोप के लिये सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा है कि यह आग जनबूझकर भष्टाचार छुपाने के लिये लगाई गई है।
जीतू पटवारी को घटनास्थल पर जाने नहीं दिया गया जिसके बाद वो उस स्थान के करीब धरने पर बैठ गए। वहीं भाजपा के विधायक भगवानदास सबनानी ने सरकार का बचाव करते हुये कहा, “सरकार ने जांच के आदेश दे दिये हैं और इस तरह के आरोप बताते हैं कि कांग्रेस पार्टी बौखला गई है। क्योंकि उनके कई वरिष्ठ नेताओं आज भाजपा में शामिल हुए हैं। इसलिये आग के बहाने वो उस मुद्दें से लोगों का ध्यान हटा रहे हैं।’
शनिवार सुबह को कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी कई नेताओं के साथ भाजपा में शामिल हो गये। वल्लभ भवन में लगी आग पर लगभग तीन घंटे बाद काबू पाया जा सका है। इसके लिये भोपाल के अलावा पड़ोसी जिलों और एयरपोर्ट और सेना की दमकलों और टैंकरों का सहारा लेना पड़ा। आग लगने की वजह अभी तक नहीं पता चली है और इसकी जांच की जा रही है। शनिवार को छुट्टी का दिन होने की वजह से आफिस में कोई मौजूद नहीं था इसलिए बड़ा हादसा होने से बच गया।
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