तारिक़ आज़मी
वाराणसी: शासन और उच्चाधिकारी महिला हितो हेतु लाख प्रयास करते रहे, मगर एक पायदान नीचे आने पर महिलाओं के सम्बन्धित अपराध पर कितना गंभीर है, इसका जीता जागता उदाहरण देखना है तो बजरडीहा चौकी इंचार्ज से एक गुमशुदा विवाहिता के सम्बन्ध में आप बात करके देख ले। लगभग डेढ़ माह से गायब विवाहिता के परिजन परेशान है और चौकी इंचार्ज बजरडीहा विवाहिता के ससुरालीजनों के कहे अनुसार विवाहिता को ‘मानसिक रोगी और बार बार भाग जाने वाली’ करार देने को आतुर है।
पूरा मामला दरअसल ये है कि थाना जैतपुरा के अलईपुर निवासी खलील ने अपनी पुत्री नूर फातमा का विवाह वर्ष 2020 में बजरडीहा निवासी तौफीक आलम के साथ किया था। खलील के पुत्र और गुमशुदा नूर फातमा के भाई मो मुस्तकीम उर्फ़ साहिल के आरोपों को आधार माने तो उसने अपनी बहन को 6 मार्च के दिन उसके ससुराल बजरडीहा पहुचाया था। कई दिनों तक जब बहन से फ़ोन पर बात नही हो पाई तो वह अपनी बहन का हाल चाल लेने के लिए उसके ससुराल गया। जहा ससुराली जनों ने उससे नूर फातमा के मार्किट जाने आदि का बहाना कर दिया।
मुस्तकीम का आरोप है कि इस दरमियान उसको उसी मोहल्ले के रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि उसकी बहन के मायके जाने की बात उसके ससुराली जन कह रहे है। शंका होने पर मुस्तकीम अपने बहन के ससुराल गया और जब सख्त हुआ तो 20 तारिख को तौफीक आलम ने उसको बताया कि नूर फातमा कही चली गई है। कहा गई है पता नहीं। जिसके बाद मुस्तकीम ने बजरडीहा चौकी पर संपर्क किया तो चौकी इंचार्ज ने फोन करके ससुराली जनों को बुलाया। मगर ससुराली जन नही आये और आखिर 23 मार्च को तौफीक आलम ने उसकी बहन यानी अपनी पत्नी के गुमशुदगी का मामला भेलूपुर थाने में दर्ज करवाया।
मुस्तकीम का आरोप है कि बजरडीहा चौकी इंचार्ज ने उसको कहा कि एक कांस्टेबल का अपने साथ मुम्बई का टिकट बुक करवा लो। मुम्बई जाने की बात सामने आ रही है। जिसके बाद कांस्टेबल के साथ नूर फातमा के पिता और भाई मुम्बई गए। जहा स्टेशन का फुटेज चेक करने के बाद पुलिस उसका बैकअप लेकर आ गई। मुस्तकीम का कहना है कि पुलिस एक युवती को मेरी बहन बता रही है। जबकि वह मेरी बहन नही है। पुलिस बार बार यही कह रही है कि वह ‘मानसिक रूप से बीमार है और बार बार घर से भाग जाती है।’ जबकि ऐसा नहीं है, एक बार उसके पति ने उसको काफी मारा पीटा था, जिसके बाद वह घर से चली गई थी।
क्या कहते है चौकी इंचार्ज बजरडीहा
इस सम्बन्ध में चौकी इंचार्ज बजरडीहा से हमने फोन पर बात किया तो उन्होंने बताया कि ‘महिला मानसिक रूप से कमज़ोर है। इसके पहले भी वह घर से जा चुकी है। जल्द ही गुमशुदा को बरामद कर लिया जायेगा।’ इस बातचीत के दरमियान चौकी इंचार्ज द्वारा सीडीआर की भी बात कहा गया, जबकि गुमशुदा महिला के परिजनों का आरोप है कि ससुराली जनों के द्वारा कोई अप्रिय घटना कारित किया गया है और पुलिस को गुमराह किया जा रहा है क्योकि वह मोबाइल रखती ही नही थी। बहरहाल, परिजनों ने शिकायती पत्र उचाचाधिकरियो को प्रेषित किया है।
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