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उफ…! इस हसीना की हरकत जान छूट जायेगा आपका पसीना,पीएमओ की अफसर बता कर करती थी ठगी, पढ़े प्रधानमंत्री के नाम पर ठगी करने वाली कैसे चढ़ी पुलिस के हत्थे

तारिक़ खान

डेस्क: आपको याद होगा पिछले ही साल किरण पटेल नाम के एक फांदेबाज ने PMO का बड़ा अफसर बन दिल्ली से कश्मीर तक सैकड़ों बड़े अधिकारियों को उल्लू बनाया और अपना उल्लू सीधा किया था। जब उस खबर का सच सामने आया तो दिल्ली में हड़कंप मच गया था। ठीक ऐसा ही एक और किस्सा अबकी बार महाराष्ट्र के पुणे से सामने आया। लेकिन इस बार झांसा देने वाली एक महिला है, जिसने अपनी बातों से एक कारोबारी पर ऐसा असर डाला कि वो बैठे बिठाए लाखों से ज्यादा की रकम गंवा बैठा।

महाराष्ट्र के पुणे से बिल्डिंग मैटेरियल की सप्लाई का काम करने वाले एक कारोबारी गोरख मराल ने बंडगार्डन पुलिस स्टेशन पर एक नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई। इल्जाम था कि कश्मीरा संदीप पवार नाम की महिला ने अपनी पुरानी जान पहचान और हैसियत का हवाला देने के साथ अपनी पहुँच का रूआब दिखाकर उसे ठग लिया। कश्मीरा के इस ठगी के धंधे में उसका साथ दिया गणेश गायकवाड़ नाम के एक शख्स ने। पुलिस के पास पहुँची शिकायत के मुताबिक गणेश और कश्मीरा दोनों ही महाराष्ट्र के सतारा जिले के रहने वाले बताए गए।

पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक कश्मीरा ने गोरख मराल को ये भरोसा दिलाया कि वो पीएमओ दिल्ली में राष्ट्रीय सलाहकार है। ऐसे में उसकी जान पहचान और पहुँच अब सरकार से लेकर तमाम सरकारी दफ्तरों में हो गई है। इसलिए अब किसी भी तरह के सरकारी ठेके दिलवाना उसके बाएं हाथ का काम है। गोरख मराल ने बताया कि उसने कश्मीरा और गणेश गायकवाड़ के साथ कई जगहों पर कई मीटिंग्स की। उसी दौरान बहाने से उसे अखबारों में छपी वो खबर भी दिखाई गई जिसमें सातारा की युवा महिला को राष्ट्रीय सलाहकार बनाने की खबर छपी थी।

इसके साथ साथ गोरख मराल का भरोसा जीतने के लिए कश्मीरा ने अपने वॉट्सऐप पर एक ग्रुप में मौजूद कुछ ठेके के ऐसे दस्तावेज वगैराह भी दिखाए, जिसमें खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दस्तखत थे। गोरख मराल की शिकायत के मुताबिक कश्मीरा के साथी गणेश गायकवाड़ ने दावा किया था कि उसकी भारत की खुफिया एजेंसी रॉ के कई बड़े अफसरों तक पहुँच है। यहां तक कि उसने एक गृह मंत्रालय की तरफ से जारी एक लेटर भी दिखाया जिसमें उसे हथियारों की सप्लाई का लाइसेंस देने की बात लिखी थी।

दरअसल जिस खबर का कश्मीरा ने सहारा लिया था वह साल 2017 के दिसंबर महीने में महाराष्ट्र के ज्यादातर अखबारों में एक खबर छपी थी, जिसमें कहा गया था कि प्रधानमंत्री कार्यालय यानी PMO ने महाराष्ट्र के सतारा की एक युवा महिला को अपना राष्ट्रीय सलाहकार मनोनीत किया है और वो महिला अब सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करके उनके साथ सलाह मशविरा कर सकती है। उसी खबर में आगे ये भी छपा था कि 29 साल की कश्मीरा संदीप पवार ने सतारा के जिला कलेक्ट्रेट से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार यानी एनएसए  अजीत डोभाल के साथ बातचीत की।

खबर में यह भी था कि इसके अलावा कश्मीरा ने पीएमओ के कई बड़े ब्यूरोक्रेट के साथ भी संवाद किया। बस मीडिया की इसी खबर को कश्मीरा ने अपना हथियार बना लिया। जिसके जरिए उसने प्रधानमंत्री कार्यालय के नाम पर फरेब का ऐसा कांड किया जिसने एक बार फिर सनसनी फैला दी। गोरख मराल की शिकायत के मुताबिक कश्मीरा ने कथित तौर पर दिसंबर 2019 और मार्च 2022 के बीच उनसे कुछ नकद और बाकी ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए करीब 85 लाख रुपये की रकम ऐंठी थी। झांसा ये था कि वो पीएमओ के एडवाइजर की हैसियत से उसे ठेका दिलवा सकती है।

लेकिन मराल की शिकायत के मुताबिक इतनी रकम देने के बावजूद उसे कोई भी सरकारी ठेका नहीं मिला। और जब उसने कश्मीरा और गणेश गायकवाड़ से पैसे वापस मांगे तो पिछले साल यानी 10 जनवरी 2023 को जबरन वसूली की FIR लिखवाकर उसे झूठे इल्जाम में फंसा दिया। इस एफआईआर के मुताबिक गोरख मराल के साथ-साथ एक होटल मालिक को भी फंसाया गया था। इल्जाम लगा था कि इन लोगों ने 50 लाख रुपये की रकम की रंगदारी मांगी और 50 हजार रुपये जबरन वसूल भी लिए।

गोरख मराल ने बीते सोमवार को पुलिस में धोखाधड़ी की ये शिकायत दर्ज करवाई थी और पुलिस ने बुधवार को कश्मीरा और उसके साथी गणेश गायकवाड़ को सतारा से गिरफ्तार कर लिया। कश्मीरा और गणेश के खिलाफ धारा 419 यानी फर्जी पहचान बताकर धोखाधड़ी करना, धारा 420 यानी धोखाधड़ी और धारा 34 यानी अपराध का एक जैसा इरादा के आरोप लगाए गए हैं।

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक इसी बीच पुलिस के सामने कश्मीरा और उसके लिविंग पार्टनर गणेश गायकवाड़ के खिलाफ एक ऍफ़आईआर सामने आई। वो शिकायत होटल मालिक फिलिप भंबल की तरफ से दर्ज करवाई गई थी जिसमें दावा किया गया था कि पीएमओ का फर्जी लेटर दिखाकर कश्मीर और गणेश गायकवाड़ पूरे महाराष्ट्र में घूम घूमकर लोगों को ठग रहे हैं। ये शिकायत दिसंबर 2022 में ही दर्ज करवाई गई थी। ये दोनों लोगों को उत्तर प्रदेश, नागालैंड, त्रिपुरा और लोकसभा के सचिवालय में ठेका दिलाने के नाम ठगी करके लोगों को उल्लू बनाते घूम रहे हैं।

कश्मीरा और गणेश गायकवाड़ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन उनके गुनाहों की फेहरिस्त बड़ी लंबी है। पुलिस का कहना है कि इन दोनों के जुर्म की कुंडली को पढ़ने और इनके दांव पेंच को समझने में थोड़ा वक्त लगेगा। इसी बीच वो पत्रकार भी सामने आया जिसने कश्मीरा के 2017 में राष्ट्रीय सलाहकार बनने वाली खबरों के अलावा कुछ ऐसी खबरें भी छापी थी जिसके जरिए कश्मीरा ने महाराष्ट्र के लोगों में अपना भौकाल बना लिया था। उसका दावा है कि वो खुद धोखे का शिकार हुआ है। और अब उसके पास भी उन तमाम लोगों के फोन आ रहे हैं जिन्हें कश्मीरा और गणेश ने अपने फरेब का शिकार बनाया।

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