तारिक खान
डेस्क: गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को राज्यसभा में वायनाड भूस्खलन हादसे पर चर्चा के दौरान अपनी बात कही। उन्होंने केरल सरकार को लेकर कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को 23 जुलाई को ही प्राकृतिक आपदा को लेकर आगाह कर दिया था।
उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ़ की नौ बटालियनें वहां पहले ही भेज दी गई थीं, कल तीन भेजी गई हैं, अगर केरल सरकार एनडीआरएफ़ की बटालियन देखकर ही अलर्ट हो जाती तो बड़ी जान-माल की हानि से बचा जा सकता था। अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार का एक अर्ली वॉर्निंग सिस्टम है जिसके लिए 2014 के बाद से इस पर दो हज़ार करोड़ रुपये ख़र्च किए गए हैं। इसमें एक हफ़्ता पहले ही प्राकृतिक आपदा के लिए राज्य सरकार को सूचित किया जाता है।
गृह मंत्री ने केरल सरकार से सवाल पूछा कि कितने लोगों को वहां से शिफ़्ट किया गया, अगर शिफ़्ट किया गया तो फिर इतने लोगों की मौतें कैसे हुईं। आख़िर में अमित शाह ने कहा कि ये समय सवाल उठाने का नहीं बल्कि राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करने का है।
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