Religion

नज़र आया मुहर्रम का चाँद, इस्लामी नववर्ष हिजरी 1446 की हुई शुरुआत, सजे इमामबाड़े, शुरू हुआ मातम का दौर

तारिक़ आज़मी

डेस्क: भारत में आज मुहर्रम का चाँद दिखाई दे गया है। इसी के साथ इस्लामिक कैलेंडर की शुरुआत हो गई है। इसे हिजरी कैलेंडर के रूप में जाना जाता है। मुहर्रम महीने का पहला दिन इस्लामिक नए साल की शुरुआत होती है। आज मुहर्रम का चाँद नज़र आते ही इमामबाड़ो में नौहख्वानी का दौर शुरू हो गया है। इमामबाडो को सजाया गया है। मुहर्रम का चाँद नज़र आने के बाद विभिन्न इमामबाड़ो में आज मातम हुवे है।

Muharram moon visible, Islamic New Year Hijri 1446 begins, Imambara decorated, period of mourning begins

इस्लामिक कैलेंडर चंद्रमा के चरणों पर आधारित है, इसलिए मुहर्रम की तारीखें हर साल ग्रेगोरियन कैलेंडर में अलग होती हैं। मुहर्रम का महीना दुनियाभर के मुसलमानों के लिए धार्मिक रूप से ऐतिहासिक महत्व रखता है। इस्लामिक नव वर्ष हिजरी 1446 का पहला दिन मनाएगा गया। भारत में रविवार शाम को मुहर्रम के महीने का चांद दिखा। 07 जुलाई इस्लामिक कैलेंडर के आखिरी महीने जिलहिज्जा 1445 का आखिरी दिन था। इस्लामी नव वर्ष के पहले महीने मुहर्रम शब्द का अर्थ है ‘अनुमति नहीं होना’ या ‘निषिद्ध’।

मुहर्रम मुसलमानों के लिए शोक और चिंतन का महीना होता है। मुहर्रम में ही इमाम हुसैन और उनके साथियों ने इंसानियत की भलाई के लिए अपनी शहादत दिया था। ऐसे में मुहर्रम पर मुसलमान न्याय, बहादुरी और उत्पीड़न के खिलाफ खड़े होने के उनके उसूलों को याद करते हैं। खलीफा उमर ने 638 में इस्लामिक कैलेंडर स्थापित किया था, ये कैलेंडर हिजरी युग पर आधारित समय को चिह्नित करता है। यह युग पैगंबर मुहम्मद (SW) के मदीना प्रवास (हिजरत) के साथ शुरू हुआ, जो इस्लामी इतिहास में एक निर्णायक क्षण था। ग्रेगोरियन कैलेंडर के विपरीत, इस्लामिक कैलेंडर चंद्र चक्र का अनुसरण करते हुए हर महीने नए चंद्रमा के दर्शन के साथ शुरू होता है।

pnn24.in

Recent Posts

एआईएमआईएम के प्रतिनिधियों ने दिया नरसिम्हानन्द के खिलाफ कमिश्नर को ज्ञापन, बोले ओवैसी ‘नरसिम्हानन्द की ज़मानत खारिज हो’

शफी उस्मानी वाराणसी: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के आह्वाहन पर आज वाराणसी में पार्टी कार्यकर्ताओं…

21 hours ago

हिजबुल्लाह प्रमुख नसरुल्लाह के याद में हुआ शिया जामा मस्जिद में जलसा, बोले मौलाना जफ़र-उल-हुसैनी ‘नसरुल्लाह आतंकी नही बल्कि शहीद है’

माही अंसारी वाराणसी: मरकज़ी शिया जामा मस्जिद, दारानगर में दफ़्तर इमामे जुमा, बनारस का आह्वाहन…

21 hours ago

काशी विद्यापीठ: छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर छात्रों और चीफ प्रॉक्टर के बीच तीखी बहस, मची खलबली

अनुपम राज वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर शनिवार…

21 hours ago