शफी उस्मानी
डेस्क: इंसान अपने ज़िन्दगी में इश्क के भुत में कभी कभी ऐसा बहक जाता है कि उसको अपने अच्छे बुरे की समझ खत्म हो जाती है। एक ऐसा ही मामला तेलंगाना का सामने आया है, जहा एक डाक्टर खुद की आशिकी के चक्कर में अपनी बीबी बच्चो का क़त्ल कर बैठा और उस क़त्ल को एक रोड एक्सीडेंट का रूप देने की कोशिश किया। मगर शायद उसको पता नही था कि कानून के लम्बे हाथ पेड़ से आम अथवा नारियल तोड़ने के लिए नही है बल्कि असली गुनाहगारो को सलाखों के पीछे पहुचाने के लिए है।
उस हादसे में कार सड़क के किनारे एक पेड़ से टकरा गई थी। उस हादसे की इत्तेला मिलने के बाद जब पुलिस मौके पर पहुँची थी तो उसे प्रवीण की पत्नी बोदा कुमारी और दो बेटियों कृषिका और कृतिका को कार के भीतर मृत पाया था जबकि प्रवीण को मामूली खरोंच ही आई थी। मौके पर हादसे के हालात को देखते ही पुलिस को शक हुआ। पुलिस को तीनों की लाशों को देखकर गड़बड़ी का अंदेशा हुआ तो उसने संदिग्ध मौत का मामला दर्ज किया और अपनी तरफ से जांच का सिलसिला शुरू किया। जल्दी ही पुलिस को ये पता चल गया कि हैदराबाद में फिजियोथेरेपिस्ट के बारे में पता चला।
पुलिस को मालूम पड़ा कि बोदा प्रवीण हैदराबाद के जिस अस्पताल में फिजियोथेरेपिस्ट के तौर पर काम करता था वहां उसका अपनी ही एक सहयोगी के साथ नाजायज ताल्लुकात कायम हो चुके थे। उन्हीं नाजायज ताल्लुकात की वजह से वो अपने जायज परिवार से छुटकारा पाने काइरादा कर लिया था।पुलिस की तफ्तीश से ये भी खुलासा हुआ है कि प्रवीण के इस रिश्ते को लेकर अक्सर उसके घर में पत्नी के साथ झगड़े होने लगे। तब प्रवीण ने पूरे ही परिवार को मौत की नींद सुलाने का खतरनाक इरादा कर लिया।
पुलिस की तफ्तीश में ये बात खुल गई कि प्रवीण ने इस काम को अंजाम देने के लिए अपनी डॉक्टरी की पढ़ाई और काम का सहारा लिया। 17 मई को वह अपनी बीवी और बच्चों के साथ अपने पैतृक स्थान बावजी टांडा चला गया। 28 मई को खम्मम में अपना काम पूरा करने के बाद प्रवीण अपने परिवार के साथ कार से अपने गांव लौट रहा था। पुलिस की तफ्तीश में ये बात खुली कि प्रवीण की पत्नी की तबीयत अक्सर खराब रहती थी। तब उसने उसका इलाज करने का बहाना बनाते हुए अपनी पत्नी को खतरनाक जहर का इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन ने जल्दी ही अपना काम कर दिखाया और उसकी पत्नी की मौत हो गई। इसके बाद उसने अपनी दोनों बेटियों दो साल की कृषिका और 3 साल की कृतिका की गला घोटकर हत्या कर दी।
तीनों लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद प्रवीण ने तीनों को कार में डाला और अपने गांव जाने वाले रास्ते में अपनी कार को एक पेड़ से टकरा दिया। प्रवीण ने सोचा कि इस कार हादसे में तीनों की मौत को छुपा लेगा लेकिन पहले कार में पड़ी डेडबॉडी और फिर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने उसकी पोल खोल दी। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर रविवार को प्रवीण को तीन तीन हत्या के इल्जाम में गिरफ्तार कर लिया है। अब आशिकी का भुत जेल के सलाखों के पीछे उतर जाएगा।
मो0 कुमेल डेस्क: बुलडोज़र से किसी का आशियाना या घर तोड़ने से पहले सरकार या…
मोनू अंसारी डेस्क: हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि उसने इसराइल के कई इलाको पर…
अबरार अहमद प्रयागराज: ब्लॉक श्रृंगवेरपुर के मोहिद्दीनपुर गांव में बंदरों आतंक लगातार जारी है जिसकी…
तारिक आज़मी वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद की देख रेख करने वाली तंजीम अन्जुमन इन्तेज़मियां मसाजिद कमेटी…
कल्पना पाण्डेय इतने सालों बाद हमे शर्म से ये स्वीकार कर लेना चाहिए कि धार्मिक…
तारिक खान डेस्क: एक कलाम का मिसरा है कि 'झुकती है दुनिया, झुकाने वाला चाहिए।'…