आफताब फारुकी
डेस्क: कोलकाता में ट्रेनी डाक्टर से दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में आवाम का गुस्सा अभी ठंडा भी नही हुआ है और प्रदर्शनों का दौर जारी है। इसी दरमियान कल मंगलवार को महाराष्ट्र के बदलापुर में दो नाबालिग बच्चियों से स्कूल में कथित यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। यही नही इस मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही का भी आरोप है। आरोपों के अनुसार इस मामले की जानकारी के बाद पुलिस ने ऍफ़आईआर दर्ज करने में देरी किया है।
इस मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मामले की तेजी से सुनवाई की जाएगी और मामले के लिए एक वकील नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने बताया, कि ‘मैंने ठाणे के पुलिस आयुक्त से बात की है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मैंने मामले को तेजी से आगे बढ़ाने और आरोपी पर रेप के प्रयास और POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज करने को कहा है।’ महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस के कार्यालय ने X पर लिखा है, ‘उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने ठाणे पुलिस आयुक्त को बदलापुर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, सहायक उप-निरीक्षक और हेड कांस्टेबल को तुरंत सस्पेंड करने का आदेश दिया है। इन्होंने बदलापुर घटना सामने आने के बाद कार्रवाई में देरी की थी।’
वहीं, स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने आजतक से कहा कि एक पुलिस अधिकारी का तबादला कर दिया गया है, क्योंकि माता-पिता द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के 12 घंटे बाद तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया था। उन्होंने बताया कि स्कूलों में विशाखा कमिटी गठित करने का आदेश भी दिया गया है। आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, 3 साल की दो बच्चियां ठाणे के बदलापुर स्थित आदर्श विद्यालय के शिशु वर्ग की स्टूडेंट्स हैं। इन दोनों बच्चियों के साथ स्कूल में ही काम करने वाले सफाई कर्मचारी ने कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया।
घटना के बाद बच्ची इतनी डरी हुई थीं कि वो स्कूल जाने से मना कर रही थीं। जब पैरेंट्स ने जोर देकर पूछा, तब बच्चियों ने अपने साथ हुई घटना को बयान किया। 16 अगस्त को परिवारवालों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। लेकिन ऍफ़आईआर 12 घंटे बाद दर्ज की गई। ऍफ़आईआर में परिजनों ने बताया है कि घटना 13 अगस्त की सुबह 9 बजे की है। 16 अगस्त को बच्चियां स्कूल जाने से मना कर रही थी। ऍफ़आईआर के मुताबिक, परिजनों को किसी दूसरे बच्चे के अभिभावक ने बताया कि उनकी बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न हुआ है और वो इसकी शिकायत करने जा रहे हैं।
इसके बाद उन्होंने भी अपनी बच्ची का मेडिकल टेस्ट करवाया। ऍफ़आईआर के मुताबिक, जांच में सामने आया कि बच्ची का हाइमन ओपन हुआ है। फिर पूछताछ के बाद पीड़ित बच्ची ने अपने परिवार को बताया की स्कूल के एक दादा (मराठी में भाई को दादा कहते हैं) ने उसके कपड़े उतारे और उसके प्राइवेट पार्ट पर हाथ लगाया। शिकायत के मुताबिक आरोपी ने लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाया। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, 16 अगस्त को जब बच्चियों के पेरेंट्स केस दर्ज कराने पुलिस स्टेशन पहुंचे, तब पुलिस मामला दर्ज करने में आनाकानी करती रही। आरोप है कि 12 घंटे बीतने के बाद भी पुलिस ने कोई ऍफ़आईआर दर्ज नहीं की। फिर कुछ स्थानीय नेता पुलिस स्टेशन पहुंचे, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया। आरोपी पर पॉक्सो एक्ट भी लगाया गया है। 17 अगस्त को आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
19 अगस्त को बच्चियों के पेरेंट्स और बदलापुर के निवासियों ने मीटिंग की। लोगों का कहना था कि स्कूल के लोगों और पुलिस पर एक्शन लिया जाए। सभी ने मिलकर 20 अगस्त को ‘बदलापुर बंद’ का आह्वान किया। गुस्सा जाहिर करते हुए लोगों ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया। रेलवे ट्रैक बंद होने से मुंबई लोकल ट्रेन की सेवाएं प्रभावित हुईं हैं। 10 एक्सप्रेस ट्रेनों को डाइवर्ट किया गया है। वहीं, बदलापुर से कर्जत तक की सेवाएं पूरी तरह से ठप हैं। प्रदर्शन के दौरान जब पुलिस ने लोगों को हटाने की कोशिश की, तब भीड़ ने पुलिस पर पथराव भी किया। लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया। फिलहाल स्कूल के प्रिंसिपल, क्लास टीचर और लेडी ऑफिसर इंस्पेक्टर शुभदा शितोले को सस्पेंड कर दिया गया है।
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