ईदुल अमीन
डेस्क: पैग़ंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक बयान देने वाले यति नरसिंहानंद को न तो पुलिस गिरफ़्तार कर पाई है और न ही वो पुलिस की हिरासत में हैं। हालाँकि इस घटना को अब एक हफ़्ते से ज़्यादा समय गुज़र चुका है। मगर यति नरसिम्हानन्द पर कोई बड़ी कार्यवाही नही सामने आई है। जबकि मामले में विरोध प्रदर्शन करने वाले 10 से अधिक लोगो को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। भाजपा नेता और डासना मंदिर से जुडी उदिता त्यागी की तहरीर पर मो0 जुबैर के खिलाफ पुलिस ने ऍफ़आईआर दर्ज कर लिया है।
बताते चले किउ बीती 29 सितंबर को यति नरसिंहानंद ने पैग़ंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक बयान दिया था। उनके इस बयान के बाद सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर लोग उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यति के बयान के ख़िलाफ़ ग़ाज़ियाबाद के अलावा हैदराबाद पुलिस के साइबर सेल ने भी मामला दर्ज किया है। ग़ाज़ियाबाद ग्रामीण के डीसीपी सुरेंद्र नाथ तिवारी के मुताबिक़ पुलिस को पता नहीं है कि वो कहाँ हैं।डासना मंदिर से जुड़ीं बीजेपी नेता उदिता त्यागी ने मीडिया को बताया है कि 4 अक्तूबर को मंदिर में काफ़ी हंगामा हुआ था। उसके बाद पुलिस महाराज जी (यति नरसिंहानंद) को अपने साथ ले गई थी। उदिता त्यागी का कहना है, ‘पुलिस ने हमें बताया था कि वो सुरक्षा के लिहाज़ से महाराज जी को लेकर जा रहे हैं, क्योंकि यहां हम सबको ख़तरा था। लेकिन अब तीन दिनों से उनकी कोई ख़बर नहीं है। अब हमें भी चिंता है कि वो कहां हैं और कैसे हैं।’
समाचार एजेंसी पीटीआई की एक ख़बर के मुताबिक़- जमीयत उलेमा-ए-हिन्द ने यति नरसिंहानंद की गिरफ़्तारी की मांग की है। संगठन का कहना है कि इस मामले में केवल एफ़आईआर दर्ज करना काफ़ी नहीं है। इससे पहले जमाअत-ए-इस्लामी हिंद के उपाध्यक्ष मलिक मोतसिम खान ने भी यति नरसिंहानंद की ‘ईशनिंदा वाली टिप्पणी की निंदा करते हुए उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।’ एक बयान में मोतसिम ख़ान कहा, ‘ये बयान न केवल लाखों मुसलमानों को गहरी ठेस पहुंचाने वाले हैं, बल्कि सांप्रदायिक तनाव भड़काने के उद्देश्य से जानबूझकर किया गया उकसावे का कार्य है। स्वामी नरसिंह की बार-बार की गई अपमानजनक टिप्पणियां बिल्कुल असहनीय हैं और उन्हें अधिकारियों द्वारा तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।’
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, एआईएमआईएम की शिकायत के बाद साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने यति नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की है। भीम आर्मी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश की नगीना सीट से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने इस मुद्दे पर यति नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस उपायुक्त ग्रामीण इनके तिवारी ने कहा है कि उन्हें नरसिंहानंद के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। 3 अक्टूबर को सब इंस्पेक्टर त्रिवेंद्र सिंह ने नरसिंहानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें कहा गया था कि 19 सितंबर को उन्होंने हिंदी भवन में एक कार्यक्रम के दौरान विशेष समुदाय के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। वेब सिटी थाने के डसना क्षेत्र में उप निरीक्षक और क्षेत्र प्रभारी भानु प्रकाश सिंह ने एक और ऍआईआर दर्ज कराई है, जिसमें पुजारी के शिष्यों डसना मंदिर के अनिल यादव ‘छोटा नरसिंहानंद’, राम नरसिंह आनंद, यति रामस्वरूप आनंद और यतीम निर्धानंद पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाया है वेब सिटी थाने में उन धारा 302 और 351 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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