माही अंसारी
डेस्क: अजमेर दरगाह में शिव मंदिर के दावे वाले मुकदमे को सुनवाई के लिए स्वीकार किए जाने पर भारतीय सूफ़ी सज्जादानशीन परिषद के अध्यक्ष सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किए गए हैं, एक है दरगाह समिति, एएसआई और तीसरा अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय।’
उन्होंने कहा कि’ यह हमारे समाज और देश के हित में नहीं है। अजमेर का 850 साल पुराना इतिहास है। मैं भारत सरकार से इसमें हस्तक्षेप करने की अपील करता हूं। एक नया क़ानून बनाया जाना चाहिए और दिशा-निर्देश जारी किए जाने चाहिए ताकि कोई भी इन जैसे धार्मिक जगहों पर दावा न कर सके।’
ए0 जावेद वाराणसी: वाराणसी के लंका पुलिस ने दो शातिर चोरो को कीमती चोरी के…
ईदुल अमीन डेस्क: अजमेर शरीफ़ दरगाह के अंदर शिव मंदिर होने के दावे को लेकर…
शफी उस्मानी डेस्क: बुलंदशहर की एक अदालत ने एक निजी मधुमक्खी पालन केंद्र में चोरी…
मो0 कुमेल डेस्क: अजमेर दरगाह के शिव मंदिर होने के दावे के साथ दाखिल याचिका…
तारिक आज़मी डेस्क: संभल की जामा मस्जिद मामले में दाखिल याचिका पर सुपर फ़ास्ट स्पीड…
आफताब फारुकी डेस्क: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी…