आफताब फारुकी
फतेहपुर: फतेहपुर के लालौली इलाके में स्थित नूरी जामा मस्जिद को सड़क चौड़कीकरण का हवाला देते हुए इसके एक महत्वपूर्ण हिस्से को गिराने के आदेश दिए गए हैं। 180 साल पुरानी इस एतिहासिक मस्जिद के ध्वस्तीकरण के आदेश को चुनौती देते हुवे इसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता का हवाला देते हुए नूरी जामा मस्जिद के मैनेमेंट कमेटी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल किया है।
मीडिया में छपी खबर के मुताबिक, जिस सड़क चौड़कीकरण करने के लिए मस्जिद के एक हिस्से को गिराने के आदेश दिए गए हैं, उस सड़क को यूपी लोक निर्माण विभाग बना रहा है। सैकड़ों साल पुरानी मस्जिद के ध्वस्तीकरण के आदेश की खबर मिलते ही नई चर्चा शुरू हो गई है। मस्जिद कमेटी की दलील है कि इस ऐतिहासिक मस्जिद के ध्वस्तीकरण से देश की सांस्कृति विरासत को अपूर्णीय क्षति होगी। ऐतिहासिक संरचनाओं को एक बार खोने के बाद उसे दोबारा स्थापित नहीं किया जा सकता है।
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