आफ़ताब फारुकी
डेस्क: उत्तर प्रदेश के किसानों के विरोध-प्रदर्शन और दिल्ली जाने की मांग के बाद अब पंजाब के किसानों ने भी दिल्ली जाने की मांग को लेकर एक मार्च निकाला है। किसानों ने एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य की क़ानूनी गारंटी की मांग पर यह मार्च निकाला है।
शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष पर भी एमएसपी को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘जब दूसरी तरफ़ के हमारे दोस्त सत्ता में थे, तो उन्होंने रिकॉर्ड पर कहा था कि वे एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिशों को स्वीकार नहीं कर सकते।’ शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा साल 2019 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को उत्पादन लागत पर 50 प्रतिशत लाभ देकर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गणना करने का फ़ैसला किया था।
किसानों का यह मार्च हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर पर रोक दिया है। जिस वजह से किसान शंभू बॉर्डर पर ही रुके हैं। शंभू बॉर्डर पर किसानों को रोकने की कोशिश में पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने शंभू बॉर्डर पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘हमने शांति पूर्वक सरकार से अपील की है कि हमें आगे जाने दिया जाए।’
उन्होंने कहा कि ‘देश हमारा है, हम इसके नागरिक हैं। हम किसी दूसरे देश के नागरिक नहीं हैं। हमारे साथ दुश्मन देश के नागरिकों जैसा सलूक नहीं किया जाना चाहिए।’ किसानों के मार्च पर कृषि एंव किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा, “किसानों को आकर बात करनी चाहिए। उनके लिए दरवाज़े हमेशा खुले हुए हैं। अगर वे हमें बुलाते हैं तो हम भी जाने को तैयार हैं।”
आदिल अहमद डेस्क: संसद के शीतकालीन सत्र में संविधान के मुद्दे पर लोकसभा में चली…
तारिक आज़मी डेस्क: नफरत की सियासत करना तो कोई उन बेरोजगार लोगो से सीखे जो…
शाहीन अंसारी डेस्क: गंगा के निर्मलीकरण और अविरल प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए उसकी…
तारिक खान डेस्क: शनिवार को हरियाणा और पंजाब के किसानों ने दोबारा से दिल्ली में…
आदिल अहमद डेस्क: हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर स्थित प्रदर्शनकारी किसानों ने शनिवार को फिर दिल्ली की…
फारुख हुसैन डेस्क: इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव को हटाने की प्रक्रिया…