राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राहुल गाँधी हुवे सरकार पर जमकर हमलावर, कहा एक भी शब्द बेरोज़गारी पर नही,न्यायपालिका, चुनाव आयोग और पेगासस आवाज़ को नष्ट करने के उपकरण
आदिल अहमद
नई दिल्ली। राष्ट्रपति के संसद में हुवे अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर आज कांग्रेस नेता सांसद राहुल गाँधी सरकार पर जमकर हमलावर होते हुवे बोले कि न्यायपालिका, चुनाव आयोग और पेगासस राज्यों के संघ की आवाज़ को नष्ट करने के उपकरण है। राष्ट्रपति अभिभाषण में बेरोजगारी पर एक भी शब्द नहीं था। जबकि पिछले साल 3 करोड़ युवाओं ने रोजगार खो दिए। 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर न्यायपालिका, चुनाव आयोग और पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल “राज्यों के संघ की आवाज को नष्ट करने के उपकरण” के रूप में करने का आरोप लगाया”।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस के दौरान संसद में कहा कि अब दो अलग-अलग भारत हैं, एक अमीरों के लिए और दूसरा गरीबों के लिए। उन्होंने कहा, “दोनों के बीच की खाई चौड़ी हो रही है।” उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति के अभिभाषण में किस बारे में नहीं बताया गया? मुझे लगता है कि तीन मूलभूत चीजें हैं: पहला यह विचार है कि दो भारत हैं, एक भारत नहीं। एक बहुत धनी लोगों के लिए है, जिनके पास अपार दौलत है और जिन्हें नौकरी की आवश्यकता नहीं है। दूसरा है गरीबों के लिए ।” लोकसभा में राहुल गाँधी ने कहा कि “आप मेड इन इंडिया, मेड इन इंडिया के बारे में बात करते हैं। मेड इन इंडिया अब संभव नहीं है। आपने ‘मेड इन इंडिया’ को बर्बाद कर दिया है। आपको छोटे और मझोले उद्योगों का समर्थन करने की जरूरत है, वरना ‘मेड इन इंडिया’ संभव नहीं है। छोटे एवं मझोले उद्योग ही रोजगार पैदा कर सकते हैं।” उन्होंने कहा, “आप मेड इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया इत्यादि के बारे में बात कर रहे हैं और सिर्फ बेरोजगारी बढ़ रही है।”
उन्होंने कहा कि आप ये मत सोचो कि जिस गरीब हिन्दुस्तान को आप बना रहे हो ये चुप बैठा रहेगा, ये चुप नहीं बैठा रहेगा। इस हिन्दुस्तान को दिख रहा है कि आज हिन्दुस्तान के 100 सबसे अमीर लोगों के पास हिन्दुस्तान के 55 करोड़ लोगों से ज़्यादा जायदाद है, ये नरेंद्र मोदी जी ने किया है। हिन्दुस्तान के 84 प्रतिशत लोगों की आमदनी घटी है और वो तेजी से गरीबी की ओर बढ़ रहे हैं। 27 करोड़ लोगों को हमने गरीबी से निकाला था और 23 करोड़ लोगों को आपने गरीबी में वापस डाल दिया।”
राहुल गांधी ने दो उद्योगपतियों (मुकेश अंबानी और गौतम अडानी) का उल्लेख करते हुए कहा, ‘कोरोना के समय कई वैरिएंट आते हैं, लेकिन ‘डबल ए’ वैरिएंट है जो देश की अर्थव्यवस्था में बढ़ रहा है।’ राहुल गांधी ने कहा कि एक व्यक्ति का नाम नहीं लूंगा देश के सभी पोर्ट्स, एयरपोर्ट, पावर ट्रांसमिशन, माइनिंग, ग्रीन एनर्जी, गैस वितरण, एडिबल ऑयल, जो भी हिंदुस्तान में होता है, वहां अडानी जी दिखाई देते हैं। दूसरी साइड अंबानी जी की पेट्रोकेमिकल्स, टेलिकॉम, रीटेल, ई-कॉमर्स में मोनोपॉली है। पूरा धन चुनिंदा लोगों के हाथ में जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा, “मैं आपातकाल पर भी बोलूंगा। मैं इसके बारे में बात करने से नहीं डरता। राजा का विचार वापस आ गया है, जिसे कांग्रेस ने 1947 में खत्म कर दिया था।
राहुल गाँधी ने कहा कि अब एक शहंशाह है। अब हमारे राज्य और लोगों के बीच बातचीत के साधनों पर एक विचार से हमला किया जा रहा है। इसलिए, उदाहरण के लिए, आज तमिलनाडु के विचार को भारतीय संस्था से बाहर रखा गया है। आप कह रहे हैं कि बाहर निकलो यहां से। उनके पास आवाज नहीं है। पंजाब के किसान खड़े हो सकते हैं, लेकिन उनके पास आवाज नहीं है। विरोध प्रदर्शन के दौरान कोरोनोवायरस महामारी के चलते लोगों की जान चली गई, लेकिन राजा ने नहीं सुना।”